Wednesday, 29 March 2017

धन प्राप्त साधना

  मै कौलाचार्य मुक्तारानन्द तीर्थ आप सब का स्वतंत्र साधक परिवार में स्वागत करता हूँ ... जय माँ तारा .. Thursday, 26 December 2013 DHAN PRAPTI SADHNA धन प्राप्ति के लिए साधना  धन ... यह किसे नहीं चाहिए .. मुझे क्या देवताओ को भी जरुरत होता है ... इसी लिए आप सबके सामने एक ऐसा प्रयोग दे रहा हूँ ..ताकि आप के आर्थिक समस्या सुलझ जाए .. बंगाल की रानी .. करे मेहमानी .. मुंज बनी के कावा.. पद्मावती बैठ खावे मावा.. सत्तर सुलेमान ने हनुमान को रोट लगाया .. हनुमान ने राह संकट हराया.. तारा देवी आवे घर हात उठाके देवे वर .. सतगुरु ने सत्य का शब्द सुनाया .. सुन योगी आसन लगाया .. किसके आसन? किसके जाप ? जो बोल्यो सत गुरु आप ... हर की पौड़ी लक्ष्मी की कौड़ी .. सुलेमान आवे चढ़ घोड़ी .. आउ आउ पद्मा वती माई करो भलाई न करे तोह गुरु गोरक्ष की दुहाई..।।... bangal ki raani .. kare mehmani . munj bani ke kawa.. padmawati baith khawe mawa.. sattar suleman ne hanuman ko rot lagaya . hanumaan ne rah sankat haraya.. tara devi aawe ghar.. haat uthake dewe var.. sat guru ne satya ka shabd sunaya ..sun jogi aasan lagaya.. kiske aasan ? kiske jaap ..? jo bolyo sat guru aap.. har ki paudi ..lakshmi ki kaudi..suleman aawe chadh ghodi.. aau aau padmawati mai karo bhalai..naa kare toh guru goraksh ki duhai.. इस मंत्र का रोज 108 पाठ लगातार 41 दिन तक सब सुद्ध् वस्त्र दिशा समय सुविधा अनुसार... मंत्र स्वम सिद्ध है बस रोज 108 जप करना है आप स्वम आश्चर्य हो जायेंगे इस के प्रभाव देख शावर मन्त्र में यह ही एक ऐसा मंत्र है जिसमे समस्त देव शकतो ी सायुज्य कर्ण किया गया है लक्ष्मी तारा पद्मावती धन से सम्बन्ध ..हनुमान जी रस्ते की समस्त संकट को मिटा देता है ताकि आप पास धन को आने में कोई व्यवधान न हो.सत्तर सुलेमान सातों द्वार को खोल देता है..हर की पौड़ी मतलव दैवी कृपा से है ..लक्ष्मी की कौड़ी स्वर्ण व् गड़े हुए खजाने से है.. और भागती तारा स्वाम पद्मावती को खाना खिलाती है और दोनों एक साथ सीधा आप के घर आके आप को लक्षिम वान होने की वरदान देके जाते ...---------- जय जय तारा .. जय वाम गुरु वाम .. Sagar Shrimali at 11:33 Share  3 comments:  Mahendra Salvi4 January 2016 at 14:50 गुरु जी ये मन्त्र जाप हनुमान मंदिर में बैठकर किया जा सकता है क्या ? Reply  Neeraj Vichitra29 September 2016 at 18:51 guru ji mai navratron main is mantra ka jaap shru kar raha hun ji aapka aadesh chaiye kripya mujhe is mantra li permission dijiye ji Reply  Kanhaiya Prasad31 January 2017 at 21:45 Guru Ji Pranam,Mai Dhan Prapti Sahana Karana chhata hoo kripya apni agya Pradan kare Jai Maa TARA Reply  ‹ Home View web version  About Me  Sagar Shrimali  View my complete profile Powered by Blogger. 

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