Tuesday, 21 March 2017

मनसा वाचा कर्मणा

  श्लोक-मनसा कर्मणा वाचा न च काड्क्षेत पातकम्।-सभाष बुड़ावान वाल1 By: Subhash Budawanwala कभी न करें ये तीन काम करने की इच्छाश्लोक-मनसा कर्मणा वाचा न च काड्क्षेत पातकम्।अर्थात- आगे भगवान शिव कहते है कि- किसी भी मनुष्य को मन, वाणी और कर्मों से पाप करने की इच्छा नहीं करनी चाहिए। क्योंकि मनुष्य जैसा काम करता है, उसे वैसा फल भोगना ही पड़ता है।यानि मनुष्य को अपने मन में ऐसी कोई बात नहीं आने देना चाहिए, जो धर्म-ग्रंथों के अनुसार पाप मानी जाए। न अपने मुंह से कोई ऐसी बात निकालनी चाहिए और न ही ऐसा कोई काम करना चाहिए, जिससे दूसरों को कोई परेशानी या दुख पहुंचे। पाप कर्म करने से मनुष्य को न सिर्फ जीवित होते हुए इसके परिणाम भोगना पड़ते हैं बल्कि मारने के बाद नरक में भी यातनाएं झेलना पड़ती हैं।प्र]-सभाष बुड़ावान वाल1 Share     Recommended section  प्रतिभावान होते हैं ‘लैफ्ट-हैंडेड’ लोग? जानें सच  क्यों वर्जित है स्त्रियों के लिए गायत्री मंत्र का जाप?  हर सफलता व्यक्ति को आत्महत्या के और करीब ले जाती है!!  मृत्यु का संकेत लेकर आते हैं ये अत्यंत अशुभ सपने  “यौन शिक्षा” सदियों से यहां की परंपरा रही है Popular section  Is Lord Hanumana still alive?  What does your mole say about you?  Learn these 4 secrets of Chanakya for a happier life!  Samudrika Shastra: Blindly marry a man who has even 12 of these 20 characteristics (Lakshana)!  According to the Shashtras, these habits don't let you become rich Go to hindi.speakingtree.in

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