आखिर क्यों खाया था पांडवों ने अपने मृत पिता के शरीर का मांस? JULY 18, 2014 BY AG 17 COMMENTS  Why Pandavas eat dead body (Flesh) of Pandu : आज हम आपको महाभारत से जुडी एक घटना बताते है जिसमे पांचो पांडवों ने अपने मृत पिता पाण्डु का मांस खाया था उन्होंने ऐसा क्यों किया यह जानने के लिए पहले हमे पांडवो के जनम के बारे में जानना पड़ेगा। पाण्डु के पांच पुत्र युधिष्ठर, भीम, अर्जुन, नकुल और सहदेव थे। इनमे से युधिष्ठर, भीम और अर्जुन की माता कुंती तथा नकुल और सहदेव की माता माद्री थी। पाण्डु इन पाँचों पुत्रों के पिता तो थे पर इनका जनम पाण्डु के वीर्य तथा सम्भोग से नहीं हुआ था क्योंकि पाण्डु को श्राप था की जैसे ही वो सम्भोग करेगा उसकी मृत्यु हो जाएगी। इसलिए पाण्डु के आग्रह पर यह पुत्र कुंती और माद्री ने भगवान का आहवान करके प्राप्त किये थे।  जब पाण्डु की मृत्यु हुई तो उसके मृत शरीर का मांस पाँचों भाइयों ने मिल बाट कर खाया था। उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योकिं स्वयं पाण्डु की ऐसी इच्छा थी। चुकी उसके पुत्र उसके वीर्ये से पैदा नहीं हुए थे इसलिए पाण्डु का ज्ञान, कौशल उसके बच्चों में नहीं आ पाया था। इसलिए उसने अपनी मृत्यु पूर्व ऐसा वरदान माँगा था की उसके बच्चे उसकी मृत्यु के पश्चात उसके शरीर का मांस मिल बाँट कर खाले ताकि उसका ज्ञान बच्चों में स्थानांतरित हो जाए। पांडवो द्वारा पिता का मांस खाने के सम्बन्ध में दो मान्यता प्रचलित है। प्रथम मान्यता के अनुसार मांस तो पांचो भाइयों ने खाया था पर सबसे ज्यादा हिस्सा सहदेव ने खाया था। जबकि एक अन्य मान्यता के अनुसार सिर्फ सहदेव ने पिता की इच्छा का पालन करते हुए उनके मस्तिष्क के तीन हिस्से खाये। पहले टुकड़े को खाते ही सहदेव को इतिहास का ज्ञान हुआ, दूसरे टुकड़े को खाने पे वर्तमान का और तीसरे टुकड़े को खाते ही भविष्य का। यहीं कारण था की सहदेव पांचो भाइयों में सबसे अधिक ज्ञानी था और इससे उसे भविष्य में होने वाली घटनाओ को देखने की शक्ति मिल गई थी।  शास्त्रों के अनुसार श्री कृष्ण के अलावा वो एक मात्र शख्स सहदेव ही था जिसे भविष्य में होने वाले महाभारत के युद्ध के बारे में सम्पूर्ण बाते पता थी। श्री कृष्ण को डर था की कहीं सहदेव यह सब बाते औरों को न बता दे इसलिए श्री कृष्ण ने सहदेव को श्राप दिया था की की यदि उसने ऐसा किया तो मृत्यु हो जायेगी। भारत के मंदिरों के बारे में यहाँ पढ़े – भारत के अदभुत मंदिर सम्पूर्ण पौराणिक कहानियाँ यहाँ पढ़े – पौराणिक कथाओं का विशाल संग्रह महाभारत से सम्बंधित अन्य पौराणिक कथाएं – उर्वशी ने क्यों दिया अर्जुन को नपुंसक होने का श्राप ? भीम में कैसे आया हज़ार हाथियों का बल? कब, क्यों और कैसे डूबी द्वारका? कैसे हुई नागो की उत्पत्ति, जानिए पुराणो में वर्णित नागो के बारे में कैसे खत्म हुआ श्रीकृष्ण सहित पूरा यदुवंश?  Tag- Hindi, Story, Kahani, Mahabharat, Pandav, pandu   Related Posts: बभ्रुवाहन ने क्यों किया था अपने पिता अर्जुन का वध? जनक पैदा हुए थे अपने पिता निमि के शरीर मंथन से, यह है धर्म ग्रंथो में वर्णित श्रृष्टि के तीन अदभुत मंथन रामनामी समाज (Ramnami Samaj) – यहाँ पुरे शरीर पर लोग लिखवाते है राम नाम, आखिर क्यों? इन नरभक्षियों ने खाया इंसानों का मांस, फिर बताया कैसा होता है स्वाद? यक्ष-युधिष्ठिर संवाद- 4 पांडवों के मर के पुनर्जीवित होने की कहानी पांडवों के स्वर्गारोहण की कथा कहानी जयद्रथ कि – बेटे कि मृत्यु के साथ ही फट गया था पिता का भी मस्तक कहानी राजा पृथु की -अपने पिता वेन की दाहिनी भुजा के मंथन से पैदा हुए थे पृथु आखिर गर्भ मे शरीर कैसे बनता है, और बाहर क्या लेकर आता है रामायण – आखिर क्यों हंसने लगा मेघनाद का कटा सिर? अदभुत रहस्य :- आखिर क्यों निगला सीताजी ने लक्ष्मण को Lakshman death story : आखिर क्यों दिया राम ने लक्ष्मण को मृत्युदंड? आखिर जनक ने सीता स्वयंवर में अयोध्या नरेश दशरथ को आमंत्रण क्यों नहीं भेजा एक हथिया देवाल- मात्र एक हाथ से और एक रात में बने इस प्राचीन शिव मंदिर के शिवलिंग की नहीं होती है पूजा, आखिर क्यों? आखिर कैकई ने राम को क्यों दिया वनवास – जानिए कैकई के त्याग की कहानी FILED UNDER: PAURANIK KATHA TAGGED WITH: MAHABHARAT नयी पोस्ट ईमेल में प्राप्त करने के लिए Sign Up करें.  Type your email here... Sign Up « Sudarshan Faakir – Hum to yun apni zindagi se mile (सुदर्शन फ़ाकिर – हम तो यूँ अपनी ज़िन्दगी से मिले)Winston Churchill Quotes in Hindi (विंस्टन चर्चिल के अनमोल विचार) » COMMENTS बाबाजी says December 22, 2016 at 3:00 am यदि सहदेव सबसे अधिक बुद्धिमान थे तो यक्ष प्रश्न प्रकरण के दौरान सही जवाब क्यो नही दे पाये? पितृ मांस खाए बगैर भी देव पुत्रों मे पराक्रम की कोई कमी न थी। किवदंती को तथ्य स्थापित करने की यह चेष्टा मात्र है । Reply Lakshmi Kumar says December 10, 2016 at 1:07 pm pandu ke marne k bad me pandu putron ka janm huaa .fir pandu putro ne pundu ka mass kaise khaya? bacha jab paida hota h to uske muh me dant b to nhi hote.aur koi samjh b nhi hoti .fir ye mass khane ki baat kaise ??????? Reply ag says December 11, 2016 at 5:38 am लक्ष्मी कुमार जी, हमे खेद है की हिन्दू पौराणिक इतिहास के बारे में आपकी जानकारी अति अल्प है। पाण्डु पुत्रों का जन्म पाण्डु की मृत्यु से कई सालों पहले हो चूका था। उनका जन्म संसर्ग से नहीं बल्कि देवताओं के आह्वान से हुआ था। सम्पूर्ण जानकारी के लिए आप नीचे दिए गए लेख पढ़ सकते है। महाभारत के 20 प्रमुख पात्र और उनसे जुडी रोचक बातें 16 पौराणिक कथाएं – पिता के वीर्य और माता के गर्भ के बिना जन्मे पौराणिक पात्रों की महाभारत – 30 तथ्य Reply Shrawan kumar says November 12, 2016 at 1:57 am Nice pick… Reply Tarun says November 8, 2016 at 2:57 pm Adbhut jankari. Thank u Reply Dr Rajeev ranjan says September 29, 2016 at 5:31 pm Kya JanKari h Reply Rustam says June 27, 2016 at 6:43 am Yah jaan kr behd ashchrya huaa. Ye baat sbko nhi pta ki pandvon ne apne pita ka maans khaya tha. Reply LAXMAN GIRI says June 24, 2016 at 1:30 pm It is the ocean of indian mythology. I m happy . FURTHER WE REQUEST FOR THE KNOWLEDGE ON THE RAMAYAN . It may plz be provided to us. Thnx V.Much Laxman Giri. Reply Kiran says December 28, 2015 at 7:09 am वाह जी वाह क्या जानकारी लिखीहै,महाभारत के बारे में! मै बहुत प्रभावीत हूँ! ऐसीही जानकारी हमें देते रहें! Thank you Reply suraj kumar says July 21, 2016 at 1:13 pm Ye jankari wakai bahut hi khash h mujhe lagta h kuchh hi logon ko pata hoga Reply mohit says December 28, 2015 at 12:53 am bahut achhi jankari Reply just-ask says December 20, 2015 at 11:35 am Waah .bahut hi achhi jankari likhi he.me ise pdhke bahut khush hua. Reply Praveen Kumar says October 6, 2014 at 12:39 pm kahan aur kiss puran mein e baath leki gaye hain krupya bathane ke chesta karengi plz. Reply Pankaj Goyal says October 9, 2014 at 3:48 am प्रवीण जी हम रामायण और महाभारत उतनी ही जानते है जीतनी हमने या तो टीवी पर देखी है या फिर लोगों से सुनी है। इसलिए हम सब महाभारत और रामायण के बारे में सब कुछ नहीं जानते है। वैसे भी वेदव्यास द्वारा रचित महाभारत बहुत ही बड़ा ग्रंथ है, जिसमें एक लाख श्लोक है। यदि आप महाभारत के बारे में विस्तार से जानना चाहते है तो वेदव्यास द्वारा रचित महाभारत की कोई प्रामाणिक प्रति पढ़िए क्योंकि बाजार में उपलब्ध अधिकांश किताबे उसका संक्षिप्त संस्करण है। Reply Pavan Kumar Meena says September 30, 2014 at 12:25 pm Pilgrimages Reply ANIL MAHAWAR says September 7, 2014 at 3:19 pm Very nice Reply Upasna Siag says July 18, 2014 at 9:48 am yah to bilkul nayee aur adbhut jankari hai ….. Reply JOIN THE DISCUSSION! Please submit your comment with a real name. Comment  Thanks for your feedback! Name *  Email *  Website  Post Comment  Search this website … Search  RECENT POSTS सावन के अचूक उपाय | Sawan Ke Achuk Upay विवाह के 7 वचन, हिंदी अर्थ सहित वास्तु अनुसार कौनसी तस्वीरें लगानी चाहिए घर-दूकान में भारत में मिला करोड़ों साल पहले लुप्त हो चूका पैरों वाला सांप नागपंचमी की कहानी सावन (श्रावण) के उपाय | सावन में शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीज़ें, मिलेंगे शुभ फल Qateel Shifai – Tujhe Pyar Karte Karte Meri Umar Bit Jaye | क़तील शिफ़ाई – तुझे प्यार करते करते मेरी उम्र बीत जाए Somvar Vrat Katha | सोमवार व्रत कथा, व्रत विधि और महत्व | सावन में भगवान शिव को इन स्तुति, स्त्रोत व आरती से करें प्रसन्न रामयण काल के 10 प्रमुख मायावी राक्षस  सावन में भगवान शिव को इन स्तुति, स्त्रोत व आरती से करें प्रसन्न  सावन (श्रावण) महीने में नहीं करने चाहिए ये 10 काम  शास्त्रों के अनुसार सिर्फ पुरुष कर सकते हैं यह 7 काम, महिलाओं को है मनाही  Rahat Indori – Intezamat naye sire se sambhale jayen (राहत इन्दौरी – इन्तेज़ामात नए सिरे से संभाले जाएँ)  कम पानी पीने से होने वाले साइड इफ़ेक्ट  हार्ट प्रॉब्लम से बचने में मददगार है ये फ़ूड  फुटबॉल से जुड़े कुछ रोचक तथ्य : Interesting Facts About Football  इस ट्राइब में शादी से पहले संबंध बनाना है जरूरी, बच्चा होने पर ही कर सकते है शादी, जानिए क्यों?  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