मुख्य मेनू खोलें खोजें संपादित करेंइस पृष्ठ का ध्यान रखेंकिसी अन्य भाषा में पढ़ें त्रिष्टुप छंद पेज समस्याएं त्रिष्टुप अथवा त्रिष्टुप् वेदों में प्रयुक्त एक छंद है। इसमें कुल ४४ वर्ण होते हैं जो ११-११-११-११ वर्णों के चार पदों में व्यवस्थित होते हैं। उदाहरण: अबोधि होता यजथाय देवानुर्ध्वो अग्निः सुमनाः प्रातरस्थात्। समिद्धस्य रुशददर्शि पाजो महान् देवस्तमंसो निरमोचि। । -ऋग्वेद (५.१.२) इसके अन्य भेद भी हैं, जैसे एकपदा त्रिष्टुप (११ वर्ण), द्विपदा (११+११), पुरस्ताज्योतिः, विराट् पूर्वा, विराट रूपा इत्यादि। Last edited 7 months ago by Sanjeev bot RELATED PAGES अनुष्टुप छंद वर्ण स्मृतिलोप वैदिक छंद  सामग्री CC BY-SA 3.0 के अधीन है जब तक अलग से उल्लेख ना किया गया हो। गोपनीयताडेस्कटॉप
No comments:
Post a Comment