शिव लिंग के 20 प्रकार एवं महत्त्व का वर्णन....
1. मिश्री(चीनी) से बने शिव लिंग कि पूजा से रोगो का नाश होकरसभी प्रकार से सुखप्रद होती हैं।
2. सोंठ, मिर्च, पीपल के चूर्ण में नमक मिलाकर बने शिवलिंग कि पूजासे वशीकरण और अभिचार कर्म के लिये किया जाता हैं।
3. फूलों से बने शिव लिंग कि पूजा से भूमि-भवन कि प्राप्ति होती हैं।
4. जौं, गेहुं, चावल तीनो का एक समान भाग में मिश्रण कर आटे केबने शिवलिंग कि पूजा से परिवार में सुख समृद्धि एवं संतान का लाभहोकर रोग से रक्षा होती हैं।
5. किसी भी फल को शिवलिंग के समान रखकर उसकी पूजा करने सेफलवाटिका में अधिक उत्तम फल होता हैं।
6. यज्ञ कि भस्म से बने शिव लिंग कि पूजा से अभीष्ट सिद्धियां प्राप्तहोती हैं।
7. यदि बाँस के अंकुर को शिवलिंग के समान काटकर पूजा करने सेवंश वृद्धि होती है।
8. दही को कपडे में बांधकर निचोड़ देने के पश्चात उससे जो शिवलिंगबनता हैं उसका पूजन करने से समस्त सुख एवं धन कि प्राप्ति होतीहैं।
9. गुड़ से बने शिवलिंग में अन्न चिपकाकर शिवलिंग बनाकर पूजाकरने से कृषि उत्पादन में वृद्धि होती हैं।
10. आंवले से बने शिवलिंग का रुद्राभिषेक करने से मुक्ति प्राप्त होतीहैं।
11. कपूर से बने शिवलिंग का पूजन करने से आध्यात्मिक उन्नतिप्रदत एवं मुक्ति प्रदत होता हैं।
12. यदि दुर्वा को शिवलिंग के आकार में गूंथकर उसकी पूजा करने सेअकाल-मृत्यु का भय दूर हो जाता हैं।
13. स्फटिक के शिवलिंग का पूजन करने से व्यक्ति कि सभी अभीष्टकामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं।
14. मोती के बने शिवलिंग का पूजन स्त्री के सौभाग्य में वृद्धि करताहैं।
15. स्वर्ण निर्मित शिवलिंग का पूजन करने से समस्त सुख-समृद्धि किवृद्धि होती हैं।
16. चांदी के बने शिवलिंग का पूजन करने से धन-धान्य बढ़ाता हैं।
17. पीपल कि लकडी से बना शिवलिंग दरिद्रता का निवारण करताहैं।
18. लहसुनिया से बना शिवलिंग शत्रुओं का नाश कर विजय प्रदतहोता हैं।
19. बिबर के मिट्टी के बने शिवलिंग का पूजन विषैले प्राणियों से रक्षाकरता है।
20. पारद शिवलिंग का अभिषेक सर्वोत्कृष्ट माना गया है।
Saturday, 2 December 2017
शिव लिंग के 20 प्रकार एवं महत्त्व का वर्णन
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment