Thursday, 9 November 2017

मंत्र के दृष्टा होने से दृष्टभाव 

Toggle navigation क्या मंत्र के दृष्टा होने से दृष्टभाव सध सकता हैं ? admin April 18, 2016 स्वामीजी : अवश्य .यदि आप मन्त्र के दृष्टा होते हैं अर्थात मन के दृष्टा होते हैं . दृष्टभाव को साधने की अन्य विधियों की तरह मन्त्र के प्रति दृष्टभाव भी साक्षी की एक साधना है . जब यह दृष्टभाव स्वभाव हो जाता है , तब आप ऋषि पद को प्राप्त होते हैं . “मंत्र दृष्टा वा ऋषि: ” अर्थात मंत्र का दृष्टा ऋषि कहलाता है . विचारों को देखने ,श्वांश को देखने से भी दृष्टभाव ,साक्षीभाव सधता है . Source: Social Blog Author: admin BOOKS LIFE PHILOSOPHY RECENT POSTS भक्त :- “बुद्धम शरणम् गच्छामि” का क्या अर्थ है ? January 15, 2017 भक्त : स्वामीजी ! मेरे पति मुझे प्रेम नहीं करते ,इस बात को लेकर मैं बहुत दुखी रहती हूँ ? January 14, 2017 प्रश्न : ध्यान रोजाना कितनी देर करना चाहिए January 14, 2017 TAGS Books Life Mantra Meditation Peace Philosophy Relaxation Spiritual Spiriual Tradition Yoga 2016 © sachidanand.org | All Rights Reserved. Terms of Use Privacy and Policy

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