Saturday, 17 March 2018

संतों शब्दई..

बुधवार, फ़रवरी 01, 2012 सोंह निरंजन रंरंकार और शक्ति ओंकारा संतो शब्दई शब्द बखाना । शब्द फ़ांस फ़ंसा सब कोई । शब्द नहीं पहचाना । प्रथमहि बृह्म स्व इच्छा ते । पाँचों शब्द उचारा । सोंह निरंजन रंरंकार और शक्ति ओंकारा । पाँचों तत्व प्रकृति तीनों गुण उपजाया । लोक दीप चारों खान चौरासी लख बनाया । शब्द काल कलंदर कहिये । शब्दइ भर्म भुलाया । पाँच शब्द की आशा में सरवस मूल गंवाया । शब्दइ बृह्म प्रकाश मेट के बैठे मूंदे द्वारा । शब्दइ निरगुण शब्दइ सरगुण शब्दइ वेद पुकारा । शुद्ध बृह्म काया के भीतर बैठ करै स्थान । ज्ञानी योगी पंडित औ सिद्ध शब्द में उरझान । पाँचइ शब्द पाँचइ मुद्रा काया बीच ठिकाना । जो जिहसंक आराधन करता सो तिहि करत बखाना । शब्द निरंजन चाचरी मुद्रा है नैनन के माहीं । ताको जाने गोरख योगी महा तेज तप माहीं । शब्द ओंकार भूचरी मुद्रा त्रिकुटी है स्थाना । व्यास देव ताहि पहचाना । चाँद सूर्य तिहि जाना । सोहं शब्द अगोचरी मुद्रा भंवर गुफ़ा स्थाना । शुकदेव मुनि ताहि पहचाना । सुन अनहद को काना । शब्द ररंकार खेचरी मुद्रा दसवां द्वार ठिकाना । बृह्मा विष्णु महेश आदि लो ररंकार पहिचाना । शक्ति शब्द ध्यान उनमुनी मुद्रा बसे आकाश सनेही । झिलमिल झिलमिल जोत दिखावे जाने जनक विदेही । पाँच शब्द पाँच है मुद्रा सो निश्चय कर जाना । आये पुरुष पुरान निःअक्षर तिनकी खबर न आना । नौ नाथ चौरासी सिद्ध लों पाँच शब्द में अटके । मुद्रा साध रहे घट भीतर फ़िर औंधे मुख लटके । पाँच शब्द पाँच है मुद्रा लोक दीप यम जाला । कहे कबीर अक्षर के आगे निःअक्षर का उजियाला । RAJEEV BABA पर बुधवार, फ़रवरी 01, 2012 साझा करें कोई टिप्पणी नहीं: एक टिप्पणी भेजें टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है. ‹ › मुख्यपृष्ठ वेब वर्शन देखें WELCOME RAJEEV BABA AGRA, U.P, India ये मेरे परमपूज्य गुरुदेव सतगुरु श्री शिवानन्द जी महाराज परमहंस की तस्वीर है उनका सम्पर्क नम्बर 09639892934 है और मेरा सम्पर्क नम्बर 0 94564 32709 है इन नम्बर पर आप ब्लाग लेखों से जुडी किसी भी जिज्ञासा या आत्मज्ञान सम्बन्धित किसी भी प्रश्न का उत्तर पूछ सकते हैं । मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें Blogger द्वारा संचालित.

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