Monday, 19 March 2018

संत की पहचान 

Jagran  संत की पहचान को जानना मुश्किल : स्वामी कृष्णानंद Thu Nov 26 18:10:20 IST 2015  संवाद सहयोगी, हिसार : स्वामी दीप्तानंद अवधूत आश्रम खरड़ अलीपुर में सतगुरु हरिहरानंद महाराज की शब्द साधना, तप व मौनव्रत के उपलक्ष्य में मनाया जाने वाला वार्षिक सत्संग व भंडारे का बृहस्पतिवार को समापन हुआ। कार्यक्रम के अंतिम दिन भोग, सत्संग व आंखों का निशुल्क ऑपरेशन कैंप और मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वामी सुधीचंद महाराज ईगराह, सुरेशाबाई, सरोजबाई चाग, संत भोलादास जालंधर, सदानंद, दिव्यानंद, ओमानंद, अमृतानंद, ब्रह्मानंद आदि संतों ने अपने प्रवचनों व शब्दों के माध्यम से आई साध संगत को प्रेम, ज्ञान, परमार्थ, नाम महिमा आदि विषयों पर विस्तार से बताया। प्रवचन करते हुए स्वामी कृष्णानंद ने बताया कि पूर्ण संत की पहचान को जानना व पहचानना काफी मुश्किल काम है। महाराज हरिहरानंद विद्यार्थी जीवन सवे ही अति अध्यात्मिक प्रवृति के थे और इसी के चलते वे हमेशा गुरु की तलाश में रहते थे। जगह जगह सत्संगों में जाते, हरिद्वार, वृंदावन, बदरीनाथ, केदारनाथ आदि स्थानों पर गए, लेकिन कहीं भी आत्मा को तृप्ति नहीं मिली। इस दौरान लगाए गए आंखों के निशुल्क जाच शिविर में 215 रोगियों के आखों की जाच की गई तथा 46 लोगों को ऑपरेशन के लिए चयनित किया गया। ऑपरेशन के लिए केएन जालान अस्पताल भिवानी भेजा गया और बाकि रोगियों को निशुल्क दवा वितरित की गई। इसी तरह 150 लोगों के दातों की जाच डॉ. गगन मल्होत्रा द्वारा की गई और निशुल्क दवा वितरित की गई। अगला कैंप 9 फरवरी को लगाया जाएगा। ताज़ा ख़बर  2016 में लंबित थे बच्चों के यौन उत्पीड़न के एक लाख से ज्यादा मामले  ब्ला¨स्टग की घटना की जांच शुरू  कराटे के झारखंड टीम में शामिल हुए अनमोल  गायक राजेश बबलू की नई एलबम लांच  स्कूटी से चौबीस बोतल देसी शराब बरामद  View more on Jagran Copyright © 2018 Jagran Prakashan Limited.

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