Thursday, 11 January 2018

श्री चक्र

मुख्य मेनू खोलें खोजें 3 संपादित करेंध्यानसूची से हटाएँ। किसी अन्य भाषा में पढ़ें श्री चक्र श्री चक्र श्री चक्र की ज्यामितीय संरचना श्री चक्र एक यन्त्र है जिसका प्रयोग श्री विद्या में होता है। इसे 'श्री चक्र', 'नव चक्र' और 'महामेरु' भी कहते हैं। यह सभी यंत्रो में शिरोमणि है और इसे 'यंत्रराज' कहा जाता है। वस्तुतः यह एक एक जटिल ज्यामितीय आकृति है। इस यंत्र की अधिष्ठात्री देवी भगवती त्रिपुर सुंदरी हैं। श्री यंत्र की स्थापना और पूजा से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। नवरात्रि, धनतेरस के दिन श्रीयंत्र का पूजन करने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं। श्री यंत्र के केन्द्र में एक बिंदु है। इस बिंदु के चारों ओर 9 अंतर्ग्रथित त्रिभुज हैं जो नवशक्ति के प्रतीक हैं। इन नौ त्रिभुजों के अन्तःग्रथित होने से कुल ४३ लघु त्रिभुज बनते हैं। श्री चक्र से युक्त कुछ मन्दिर संपादित करें श्री यंत्र के केन्द्र में एक बिंदु है। इस बिंदु के चारों ओर 9 अंतर्ग्रथित त्रिभुज हैं जो नवशक्ति के प्रतीक हैं। इन नौ त्रिभुजों के अन्तःग्रथित होने से कुल ४३ लघु त्रिभुज बनते हैं। कलिकम्बल मंदिर, चेन्नै कामाक्षी मंदिर, मंगदु, चेन्नै श्री काली मंदिर, जयपुर निमिशम्बा मंदिर, श्रीरंगपत्तन, मैसूर इन्हें भी देखें संपादित करें मेरु प्रस्तार बाहरी कड़ियाँ संपादित करें BRAIN MASSAGE WITH SRI YANTRA- CAPT AJIT VADAKAYIL संवाद Last edited 11 months ago by Sanjeev bot RELATED PAGES लक्ष्मी लक्ष्मी हिन्दू धर्म की एक प्रमुख देवी हैं। रथयात्रा त्रिकोणीय सर्वेक्षण सामग्री CC BY-SA 3.0 के अधीन है जब तक अलग से उल्लेख ना किया गया हो। गोपनीयताडेस्कटॉप

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