Friday 19 January 2018

ललिता माता का पवित्र मंत्र : 'ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौ: ॐ ह्रीं श्रीं क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं सकल ह्रीं सौ: ऐं क्लीं  ह्रीं श्रीं नम:।' 

  webdunia.com SEARCH Search बस मां ललिता का यह एक मंत्र देगा सभी कष्टों से मुक्ति ललिता माता का मंत्र समस्त सुखों को प्रदान करने वाला मंत्र है। पंचमी तिथि के दिन  आदिशक्ति त्रिपुर सुंदरी जगत जननी ललिता माता के दर्शन से मनुष्‍य के सभी कष्टों का  निवारण स्वत: ही हो जाता है। ललिता माता की पूजा-अर्चना एवं व्रत मनुष्य को शक्ति  प्रदान करते हैं। प्रतिदिन अथवा पंचमी के दिन ललिता माता के निम्न मंत्र का जाप करने  का कुछ विशेष ही महत्व होता है। माता ललिता का ध्यान धरकर उनकी प्रार्थना एवं निम्न  मंत्र का जाप करने से मनुष्य सभी कष्टों से मुक्ति पा जाता है।  पंचमी के दिन इस ध्यान मंत्र से मां को लाल रंग के पुष्प, लाल वस्त्र आदि भेंट कर इस  मंत्र का अधिकाधिक जाप करने से जीवन की आर्थिक समस्याएं दूर होकर धन की प्राप्ति  के सुगम मार्ग मिलता है।  ललिता माता का पवित्र मंत्र : 'ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौ: ॐ ह्रीं श्रीं क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं सकल ह्रीं सौ: ऐं क्लीं  ह्रीं श्रीं नम:।'  ALSO READ: उपांग ललिता व्रत : जानिए व्रत का महत्व...  वीडियो  सम्बंधित जानकारी उपांग ललिता व्रत : जानिए व्रत का महत्व... (देखें वीडियो) नौ अक्षरों वाला यह मंत्र करता है 9 ग्रहों को नियंत्रित, नवरात्रि में अवश्य पढ़ें... राधा जी के 32 नाम, देते हैं प्रेम का विशेष वरदान अपार धन के लिए नित्य करें मां लक्ष्मी के इन 8 नामों का जप... पावन और शुभकारी हैं महालक्ष्मी के ये 11 नाम SORRY! This device/browser does not support the playback of this media format. विज्ञापन अपना सही जीवनसंगी चुनिए| केवल भारत मैट्रिमोनी पर- निःशुल्क रजिस्ट्रेशन! सभी देखें ज़रूर पढ़ें गुप्त नवरात्रि : मां दुर्गा के पूजन के विशेष दिन... मंगल का राशि परिवर्तन, क्या होगा आप पर असर... पढ़ें 12 राशियां 31 जनवरी को होगी दुर्लभ खगोलीय घटना, दिखेगा 'सुपर ब्लू मून' बहुत काम के हैं लाल किताब के यह 8 चमत्कारी टोटके क्यों करवाया जाता है बच्चे का मुंडन संस्कार सभी देखें नवीनतम तिलकुंद चतुर्थी पर ऐसे करें श्रीगणेश का पूजन तिल द्वादशी पर तिल से करें श्रीहरि विष्णु का पूजन, सिद्ध होंगे सभी कार्य... मनोवांछित फल देते हैं मां दुर्गा के 32 नाम, अवश्य पढ़ें... आदिशक्ति मां भगवती की उपासना का पर्व गुप्त नवरात्रि 18 जनवरी 2018 का राशिफल और उपाय... उपांग ललिता व्रत : जानिए व्रत का महत्व... (देखें वीडियो) प्रतिवर्ष शारदीय नवरात्रि के आश्विन शुक्‍ल पंचमी को ललिता पंचमी पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष ललिता पंचमी/उपांग ललिता व्रत 24 सितंबर, रविवार को मनाया जाएगा। ललिता देवी माता सती पार्वती का ही एक रूप हैं। यह पर्व पूरे भारतभर में मनाया जाता है। इसे 'उपांग ललिता व्रत' के नाम से भी जाना जाता है। ललिता देवी को 'त्रिपुर सुंदरी' के नाम से भी जाना जाता है।  पुराणों के अनुसार जब माता सती अपने पिता दक्ष द्वारा अपमान किए जाने पर यज्ञ अग्नि में अपने प्राण त्‍याग देती हैं तब भगवान शिव उनके शरीर को उठाए घूमने लगते हैं, ऐसे में पूरी धरती पर हाहाकार मच जाता है। जब विष्‍णु भगवान अपने सुदर्शन चक्र से माता सती की देह को विभाजित करते हैं, तब भगवान शंकर को हृदय में धारण करने पर इन्हें 'ललिता' के नाम से पुकारा जाने लगा। कालिका पुराण के अनुसार देवी ललिता की दो भुजाएं हैं। यह माता गौर वर्ण होकर रक्तिम कमल पर विराजित हैं। दक्षिणमार्गी शाक्तों के मतानुसार देवी ललिता को 'चण्डी' का स्थान प्राप्त है। इनकी पूजा पद्धति देवी चण्डी के समान ही है। नवरात्रि में दुर्गा देवी के 9 रूपों की पूजा की जाती है तथा नवरात्रि के 5वें दिन स्कंदमाता के पूजन के साथ-साथ ललिता पंचमी व्रत तथा शिवशंकर की पूजा भी की जाती है। इस संबंध में ऐसी मान्‍यता है कि मां ललिता 10 महाविद्याओं में से ही एक हैं, अत: पंचमी के दिन यह व्रत रखने से भक्त के सभी कष्‍ट दूर होकर उन्हें मां ललिता का विशेष आशीर्वाद मिलता है। देवी ललिता का ध्यान रूप बहुत ही उज्ज्वल व प्रकाशवान है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इस दिन माता ललिता कामदेव के शरीर की राख से उत्पन्न हुए 'भांडा' नामक राक्षस को मारने के लिए प्रकट हुई थीं। इस दिन देवी मंदिरों पर भक्तों का तांता लगता है। यह व्रत समस्त सुखों को प्रदान करने वाला होता है अत: इस दिन मां ललिता की पूजा-आराधना का विशेष महत्व है। इस दिन ललितासहस्रनाम, ललितात्रिशती का पाठ विशेष तौर पर किया किया जाता है। देखें वीडियो  सम्बंधित जानकारी कैसे करें नवरात्रि के व्रत-उपवास? नवरात्र : देवी को नई पताका चढ़ाएं, विजय का संदेश पाएं नवरात्रि में पढ़ना ना भूलें मां बगलामुखी का यह शक्तिशाली मंत्र नवरात्रि में प्रसन्न होंगी देवी, अगर भूलकर भी ना करें यह 16 गलतियां नवरात्र 2017: पालकी में सवार होकर आई मां दुर्गा, होंगी बिदा हाथी पर SORRY! 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