Friday, 19 January 2018

शाम्भवी योग मुद्रा

Home » योग मुद्रा » शाम्भवी योग मुद्रा – विधि और लाभ योग मुद्रा शाम्भवी योग मुद्रा – विधि और लाभ Shambhavi yoga steps and benefits in hindi. Dec 28, 2016 7:13 amby Sehat Gyan योग में आसन और प्राणायाम की तरह मुद्राएं भी बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसे आसनों और प्राणायामों के अभ्यास से अधिक शक्तिशाली माना गया है। वैसे तो अभ्यास के लिए कई मुद्राएं हैं लेकिन हमारा मानना यह है कि आप जो भी मुद्रा करें किसी योग गुरु के निर्देशन में करें। आज जिस मुद्रा की बात करेंगे उसका नाम है शाम्भवी मुद्रा। यह बहुत ही लाभकारी मुद्रा है। इस आसन की खास बात यह है कि आप आपकी आंखें खुली रहती है लेकिन आप देख नहीं सकते। यह मुद्रा या अभ्यास एक कठिन साधना की तरह है। शाम्भवी मुद्रा की विधि ध्यान के किसी आसन में बैठिये और पीठ सीधी कर लीजिए। आपके कंधे और हाथ बिलकुल ढीले होने चाहिए। इसके बाद हाथों को घुटनों पर चिंमुद्रा, ज्ञान मुद्रा या फिर योग मुद्रा में रखिये। सामने किसी बिंदु पर दृष्टि एकाग्र कीजिए। इसके बाद उपर देखने का प्रयास कीजिए। ध्यान रखिए सिर स्थिर रहे और अपने विचारों को रोकें और ध्यान दीजिए। इसमें पलकों को बिना झपकाएँ देखते रहें, लेकिन ध्यान किसी भी चीज को देखने पर ना रखें । समय सीमा यह अभ्यास प्रारंभ में कुछ देर कीजिए। अभ्यास करते हुए इसका समय बढ़ाइए। इसे 3 से 6 मिनट तक कर सकते हैं शाम्भवी मुद्रा के लाभ आज्ञा चक्र को जाग्रत करने वाली एक शक्तिशाली क्रिया है आपको बता दें आज्ञा चक्र निम्न और उच्च चेतना को जोड़ने वाला केंद्र है। यह मुद्रा शारीरिक लाभ प्रदान करने के अलावा आंखों के स्नायुओं को मजबूत बनाता है। मानसिक स्तर पर इस अभ्यास योग से मन की शांति प्राप्त होती है। आंखें खुली रखकर भी व्यक्ति नींद और ध्यान का आनंद ले सकता है। यह योग मुद्रा करने से तनाव और चिंता दूर होती है। इस अभ्यास के सधने से व्यक्ति भूत और भविष्य का ज्ञाता बन सकता है सावधानी यह अभ्यास सरल और सुरक्षित है तथा इसे कोई भी कर सकता है। फिर भी इस आसन को करते समय कुछ सावधानी बरतें। शाम्भवी मुद्रा के लिए जो चीजें बताई गई हैं उसे धीरे-धीरे करें। जल्दबाजी करने की कोशिश न करें। अगर आप किसी तरह की समस्या से पीड़ित हैं या आपको कोई दर्द हो रहा है तो शाम्भवी मुद्रा को करने की कोशिश न करें। यह ध्यान रखें कि इस अभ्यास को करने वाला व्यक्ति की उम्र 7 साल से ज्यादा हो। अगर आपने चश्मा पहन रखा है उसे निकालकर साइड में रख दें। इस अभ्यास से पहले यदि आपका पेट साफ है तो आप इसे अच्छे से कर सकते हैं। इसके अलावा इस अभ्यास की शुरुआत करने वाले व्यक्ति किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। ज्यादा पठित : ग्लोइंग स्किन टिप्स, खाएं ये ड्राई फ्रूट फैटी लीवर के लक्षण दीपिका पादुकोण का डाइट प्लान शराब कितनी पीनी चाहिए और क्या है इसके रोग डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है। You may also like योग मुद्रा समुद्र तट पर किये... योग मुद्रा अत्यधिक यात्रा करने... योग मुद्रा बुरी आदत को खत्म... दिमाग • योग मुद्रा स्मरण शक्ति बढ़ाने... ब्यूटी टिप्स • योग मुद्रा ग्लोइंग स्किन के लिए... बालों की देखभाल • योग मुद्रा बालों को काला करने... घरेलू नुस्खे – घरेलू उपचार लूस मोशन : कारण, लक्षण और रोकने के घरेलू उपाय इम्यून सिस्टम बढ़ाने के 22 घरेलु उपचार धनिये का पानी पीने के फायदे पीठ दर्द के लिए 7 घरेलू उपचार मिर्गी के घरेलू उपचार Contact Us Disclaimer Privacy Policy About us

No comments:

Post a Comment