Thursday, 4 January 2018

रामचन्द्र शुक्ल 

Skip to content KAISE AUR KYA MENU HOME INDIA HEALTH KHETI INTERNET BIOGRAPHY निबंध ESSAY पंचतन्त्र की कहानियां HomeBiographyAcharya Ramchandra Shukla Biography In Hindi आचार्य रामचन्द्र शुक्ल Acharya Ramchandra Shukla Biography In Hindi आचार्य रामचन्द्र शुक्ल By Sharmila Devi May 8, 2016 Biography 0 Comments FacebookTwitterGoogle+WhatsAppShare5 आचार्य रामचन्द्र शुक्ल की जीवनी Acharya Ramchandra Shukla Biography In Hindi नाम – रामचन्द्र शुक्ल जन्म- 4 अक्टूबर 1884 ई० को जन्मस्थान- बस्ती जिला के अगोना नामक स्थान पर कार्यक्षेत्र- साहित्यकार काल- आधुनिक काल विधा- गद्द विषय- यात्रावृत्त, संस्मरण तथा निबन्ध मृत्यु- 2 फरवरी 1941 ई० रामचन्द्र शुक्ल, 20 वीं शताब्दी के हिन्दी के प्रमुख साहित्यकार हैं | इनके द्वारा लिखी गयी पुस्तक ‘हिन्दी साहित्य का इतिहास’ जिसके द्वारा आज भी पाठ्यक्रम निर्माण में सहायता ली जाती है | हिन्दी में आधारित वैज्ञानिक आलोचना का सूत्रपात इन्होंने ही किया है | हिन्दी के निबन्ध क्षेत्रों में भी इनका महत्वपूर्ण योगदान है रहा | रामचन्द्र शुक्ल का जीवन परिचय (Ramchandra Shukla Ka Jeevan Parichay) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल जी का जन्म 4 अक्टूबर 1884 ई० को बस्ती जिले के अगोना नामक ग्राम में हुआ था | 4 वर्ष की उम्र में ये अपने पिता के साथ राठ जिला हमीरपुर चले गये | और वही पर इन्होंने अपनी शिक्षा का प्रारम्भ किया | सन 1892 ई० में इनके पिता की नियुक्ति मिर्जापुर सदर में कानूनगो के पद पर हुई, जिससे उनका पूरा परिवार मिर्ज़ापुर जिले में आकर रहने लगा | जिस समय रामचन्द्र शुक्ल 9 वर्ष के थे तभी इनकी माता का देहान्त हो गया | मातृ दुःख के साथ-साथ विमाता के दुःख ने इन्हें अल्पायु में ही परिपक्व बना दिया, यहीं पर इन्होने 1921 ई० में मिशन स्कूल में फाइनल परीक्षा उत्तीर्ण की | [इसे पढ़ें – महाकवि सूरदास की जीवनी ] इसके पश्चात इंटर में इनका नाम इलाहबाद के एक स्कूल में लिखाया गया | ये गणित में कमजोर होने के कारण इंटर की परीक्षा नहीं दे सके | पिताजी ने इन्हें वकालत पढ़ने के लिए इलाहाबाद भेजा परंतु वकालत में उनकी रुचि नहीं थी जिसका परिणाम यह हुआ कि वे अनुत्तीर्ण हो गए | आचार्य रामचन्द्र शुक्ल जी मिर्जापुर के मिशन स्कूल में अध्यापक हो गये | इसी समय से उनके लेख पत्र पत्रिकाओं में छपने लगे, उनकी योग्यता से प्रभावित होकर ‘काशी नागरी प्रचारिणी’ सभा ने इन्हें हिन्दी शब्द सागर के सहायक सम्पादक का कार्यभार सौंपा | वे ‘नागरीप्रचारिणी’ पत्रिका के सम्पादक भी रहे| रामचन्द्र शुक्ल जी ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हिन्दी अध्यापन का कार्य किया | बाद में वे हिन्दी विभाग के अध्यक्ष नियुक्ति हुए | 2 फरवरी सन 1941 को इनकी मृत्यु हो गयी | रामचन्द्र शुक्ल जी की रचनाएं निबन्ध- विचार वीधी, चिंतामणि आलोचना- रस-मीमांषा, लिवेणी, सूरदास इतिहास- हिन्दी साहित्य का इतिहास सम्पादन- तुलसी ग्रंथावली, जायसी ग्रंथावली, नागरी प्रचारिणी, आनंद कदम्बिनी, भ्रमर गीत सार भाषा- इन्होंने अपनी रचनाओं में खड़ी बोली का प्रयोग किया है | शैली- इसकी प्रमुख तीन शैलियाँ हैं | 1-आलोचनात्मक शैली 2-गवेषणात्मक शैली 3-भावात्मक शैली Tags: Ramchandra Shukla Biography In Hindi, Ramchandra Shukla Ka Jeevan Parichay, Acharya Ramchandra Shukla Jeevan Parichay In Hindi, Hindi Sahitya Ka Itihas Acharya Ramchandra Shukla Pdf Related Posts भारतेन्दु हरिश्चन्द्र Biography of Bhartendu Harishchandra in Hindiप्रदीप कुमार बनर्जी का जीवन परिचय Biography Of PK Banerjee In Hindiराहुल द्रविड़ का जीवन परिचय Rahul Dravid Biography In Hindi खोजें Search CATEGORIES Amazing Facts Ayurveda Beauty Biography Finance आर्थिक Games And Rules Health Home & Kitchen India Inspirational Stories in Hindi Internet Kheti Money Relationship Religion Telecom Travel निबंध Essay पंचतन्त्र की कहानियां बच्चों की कहानियां RECENT COMMENTS Bhimraj nand on पतंजलि के प्रोडक्ट्स Baba Ramdev Patanjali Products List In Hindi konal on पतंजलि के प्रोडक्ट्स Baba Ramdev Patanjali Products List In Hindi Avinash sinha on मशरूम की खेती – Mushroom Ki Kheti Kaise Kare sakil sindhi on सन्यासी आयुर्वेद Sanyasi Ayurveda in Hindi akash maurya on धनराज पिल्लै का जीवन परिचय Dhanraj Pillay Biography In Hindi Kaise Aur Kya Copyright © 2018. All Rights Reserved. Back to Top ↑

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