Friday, 31 March 2017

मौली का वैज्ञानिक महत्व

 मौलि बांधने का वैज्ञानिक कारण क्या है? जानिए इस धार्मिक कृत्य का वास्तविक महत्व By: Prateek Pathak  मौली यानी कलावा हम सभी ने देखा है कि लोग पूजा-पाठ और शुभ अवसरों पर कलाई में मौलि यानी कलावा बांधते हैं।  धार्मिक तथा वैज्ञानिक कारण क्या कभी आपने सोचा है कि इसके पीछे क्या कारण हो सकता है? धार्मिक तथा वैज्ञानिक दोनों कारण हैं इसके।  आधी-अधूरी जानकारी अगर आप यह मानते हैं कि यह सिर्फ धार्मिक कारणों से होता है तो आप आधी-अधूरी जानकारी रखते हैं।  वैज्ञानिक कारण असल में मौलि बांधने के कई पीछे ऐसे वैज्ञानिक कारण हैं जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे।  मौलि का अर्थ मौलि का वस्तुतः अर्थ है सबसे ऊपर जिसका अर्थ सिर से भी लिया जाता है।  शिव के मस्तक पर चन्द्रमा त्रिनेत्रधारी भगवान शिव के मस्तक पर चन्द्रमा विराजमान हैं जिन्हें चन्द्रमौलि भी कहा जाता है।  हाथ में मौलि शास्त्रों का मत है कि हाथ में मौलि बांधने से त्रिदेवों और तीनों महादेवियों की कृपा प्राप्त होती है।  महालक्ष्मी की कृपा महालक्ष्मी की कृपा से धन-सम्पत्ति, महासरस्वती की कृपा से विद्या-बुद्धि और महाकाली की कृपा से शक्ति प्राप्त होती है।  धार्मिक कारण वैज्ञानिक करणों पर बात करने से पहले आइए बात करते हैं इसके कुछ धार्मिक पहलुओं पर।  मौलि बांधने की परंपरा शास्त्रों के अनुसार कलावा यानी मौलि बांधने की परंपरा की शुरुआत देवी लक्ष्मी और राजा बलि ने की थी।  संकट से रक्षा कलावा को रक्षा सूत्र भी कहा जाता है। माना जाता है कि कलाई पर इसे बांधने से जीवन पर आने वाले संकट से रक्षा होती है।  कलावा बांधने से ब्रह्मा, विष्णु और महेश त्रिदेवों की कृपा इसका कारण यह है कि कलावा बांधने से ब्रह्मा, विष्णु और महेश त्रिदेवों की कृपा प्राप्त होती है। सरस्वती, लक्ष्मी और पार्वती की अनुकूलता का भी लाभ मिलता है।  नसें कलाई से होकर गुजरती हैं शरीर विज्ञान के अनुसार शरीर के कई प्रमुख अंगों तक पहुंचने वाली नसें कलाई से होकर गुजरती हैं।  नसों की क्रिया कलाई पर कलावा बांधने से इन नसों की क्रिया नियंत्रित रहती है। इससे त्रिदोष यानी वात, पित्त और कफ का सामंजस्य बना रहता है।  गंभीर रोगों से बचाव माना जाता है कि कलावा बांधने से रक्तचाप, हृदय रोग, मधुमेह और लकवा जैसे गंभीर रोगों से काफी हद तक बचाव होता है।  पुरुषों एवं अविवाहित कन्याओं को दाएं हाथ में कलावा बांधना चाहिए शास्त्रों के अनुसार पुरुषों एवं अविवाहित कन्याओं को दाएं हाथ में कलावा बांधना चाहिए।  विवाहित स्त्रियों के लिए बाएं हाथ में कलावा बांधने का नियम विवाहित स्त्रियों के लिए बाएं हाथ में कलावा बांधने का नियम है।  मुट्ठी बंधी होनी चाहिए कलावा बंधवाते समय जिस हाथ में कलावा बंधवा रहे हों उसकी मुट्ठी बंधी होनी चाहिए और दूसरा हाथ सिर पर होना चाहिए।  मंगलवार और शनिवार का दिन शुभ पर्व त्यौहार के अलावा किसी अन्य दिन कलावा बांधने के लिए मंगलवार और शनिवार का दिन शुभ माना जाता है।  रक्षा सूत्र कलावा को रक्षा सूत्र भी कहा जाता है, माना जाता है कि कलाई पर इसे बांधने से जीवन पर आने वाले संकट से रक्षा होती है। सेहत और कलावा शरीर विज्ञान के अनुसार शरीर के कई प्रमुख अंगों तक पहुंचने वाली नसें कलाई से होकर गुजरती हैं। क्रिया नियंत्रित कलाई पर कलावा बांधने से इन नसों की क्रिया नियंत्रित रहती है। इससे त्रिदोष यानी वात, पित्त और कफ का सामंजस्य बना रहता है। त्रिदेवों की कृपा कलावा बांधने से ब्रह्मा, विष्णु और महेश त्रिदेवों की कृपा प्राप्त होती है। सरस्वती, लक्ष्मी और पार्वती की अनुकूलता का भी लाभ मिलता है। शरीर विज्ञान के अनुसार शरीर विज्ञान के अनुसार त्रिदोष का शरीर पर आक्रमण नहीं होता क्योंकि एक्यूप्रेशर चिकित्सा के अनुसार रक्त के संचार में शीतलता नहीं आती जिस कारण वात, पित्त और कफ होने का भय नहीं रहता। मौलि को शाब्दिक अर्थो में रक्षा सूत्र कहते हैं जिसमें उक्त देवी या देवता अदृश्य रूप में विराजमान रहते हैं जिसकी पूजा करके रक्षा सूत्र बांधा जाता है। कच्चे सूत से तैयार.. मौलि का धागा कोई ऐसा वैसा नहीं होता। यह कच्चेत सूत से तैयार किया जाता है। यह कई रंगों जैसे, लाल, काला, पीला, सफेद या नारंगी रंगों में होती है। कलावा को लोग हाथ, गले, बाजू औ कमर पर बांधते हैं। शरीर में वात, पित्त तथा कफ लेकिन केवल यही नहीं इसे हाथों में बांधने से बरक्कत भी होती है। इस धागे को कलाई पर बांधने से शरीर में वात, पित्त तथा कफ के दोष में सामंजस्य बैठता है। Recommended section आपके बारे में क्या कहते हैं नाखून पर बने सफेद निशान राशि के अनुसार जानिए किनसे रिश्ते बिगाड़ना भारी पड़ सकता है आपको इन 15 महान फरिश्तों की जानकारी हैरान कर देगी आपको जानिए आपके बारे में क्या कहती है आपकी लिखाई (हैंड राइटिंग) ऐसे माता-पिता हैं शत्रु के समान जो..... Popular section Is Lord Hanumana still alive? What does your mole say about you? Learn these 4 secrets of Chanakya for a happier life! Samudrika Shastra: Blindly marry a man who has even 12 of these 20 characteristics (Lakshana)! According to the Shashtras, these habits don't let you become rich Go to hindi.speakingtree.in

No comments:

Post a Comment