Wednesday, 13 September 2017

गठरी खोलना भूल गए, इस विधि भये कंगाल. - भीखा साहब

Toggle navigation   भीखा भूखा कोई नहीं, सबकी गठरी लाल, गठरी खोलना भूल गए, इस विधि भये कंगाल. - भीखा साहब इस संसार के अंदर कोई गरीब नहीं है. परमपिता परमेश्वर ने हर मनुष्य के हृदय में आशीर्वाद के बहुमूल्य हीरे-मोती भरे हैं. इस संसार में आकर मनुष्य दूसरे सभी कार्यों में फसकर जीवन गँवाता है, लेकिन अपने हृदय की हीरे-मोतियों से भरी हुई लाल गठरी खोलना भूल जाता है. यही कारण है कि सबकुछ होते हुए भी मनुष्य कंगाल रह जाता है. -प्रेम रावत  English हिंदी Español Français Deutsch Italiano Slovenski Русский ελληνικά עברית नेपाली 简体中文 繁體中文 PremRawat.com | Words of Peace Global | The Prem Rawat Foundation

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