Sunday 24 September 2017

सुरत में शब्द (ध्वनि)

 विकि लव्ज़ मॉन्युमॅण्ट्स: किसी स्मारक की तस्वीर खींचिए, विकीपीडिया की सहायता कीजिए और जीति मुख्य मेनू खोलें  खोजें संपादित करेंइस पृष्ठ का ध्यान रखेंकिसी अन्य भाषा में पढ़ें ध्वनि  ड्रम की झिल्ली में कंपन पैदा होता होता जो जो हवा के सम्पर्क में आकर ध्वनि तरंगें पैदा करती है ध्वनि (Sound) एक प्रकार का कम्पन या विक्षोभ है जो किसी ठोस, द्रव या गैस से होकर संचारित होती है। किन्तु मुख्य रूप से उन कम्पनों को ही ध्वनि कहते हैं जो मानव के कान से सुनायी पडती हैं। ध्वनि की प्रमुख विशेषताएँ संपादित करें  राइफल दागने से उत्पन्न ध्वनि तरंग (उपर); एक 'ज्या तरंग' (साइन वेव) जिसकी आवृत्ति क्रमशः बढ़ रही है (मध्य); 'विकिपीडिया' शब्द के उच्चारण से उत्पन्न ध्वनि तरंग (नीचे) ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है न कि विद्युतचुम्बकीय तरंग। (प्रकाश विद्युतचुम्बकीय तरंग है।) ध्वनि के संचरण के लिये माध्यम (मिडिअम्) की जरूरत होती है। ठोस द्रव, गैस एवं प्लाज्मा में ध्वनि का संचरण सम्भव है। निर्वात में ध्वनि का संचरण नही हो सकता। द्रव, गैस एवं प्लाज्मा में ध्वनि केवल अनुदैर्ध्य तरंग (longitudenal wave) के रूप में चलती है जबकि ठोसों में यह अनुप्रस्थ तरंग (transverse wave) के रूप में भी संचरण कर सकती है।। जिस माध्यम में ध्वनि का संचरण होता है यदि उसके कण ध्वनि की गति की दिशा में ही कम्पन करते हैं तो उसे अनुदैर्ध्य तरंग कहते हैं; जब माध्यम के कणों का कम्पन ध्वनि की गति की दिशा के लम्बवत होता है तो उसे अनुप्रस्थ तरंग कहते है। सामान्य ताप व दाब (NTP) पर वायु में ध्वनि का वेग लगभग ३४३ मीटर प्रति सेकेण्ड होता है। बहुत से वायुयान इससे भी तेज गति से चल सकते हैं उन्हें सुपरसॉनिक विमान कहा जाता है। मानव कान लगभग २० हर्ट्स से लेकर २० किलोहर्टस (२०००० हर्ट्स) आवृत्ति की ध्वनि तरंगों को ही सुन सकता है। बहुत से अन्य जन्तु इससे बहुत अधिक आवृत्ति की तरंगों को भी सुन सकते हैं। एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर ध्वनि का परावर्तन एवं अपवर्तन होता है। माइक्रोफोन ध्वनि को विद्युत उर्जा में बदलता है; लाउडस्पीकर विद्युत उर्जा को ध्वनि उर्जा में बदलता है। किसी भी तरंग (जैसे ध्वनि) के वेग, तरंगदैर्ध्य और आवृत्ति में निम्नलिखित संबन्ध होता है- {\displaystyle \lambda ={\frac {v}{f}}} जहाँ v तरंग का वेग, f आवृत्ति तथा : {\displaystyle \lambda } तरंगदर्ध्य है। आवृत्ति के अनुसार वर्गीकरण संपादित करें अपश्रव्य (Infrasonic) 16 Hz से कम आवृत्ति की ध्वनि मानव को सुनाई नहीं देती, श्रव्य (sonic) 16 Hz से 20 kHz, के बीच की आवृत्तियों वाली ध्वनि सामान्य मानव को सुनाई देती है। पराश्रव्य (Ultrasonic) 20 kHz से 1,6 GHz के बीच की आवृत्ति की ध्वनि मानव को सुनाई नहीं पड़ती, अतिध्वनिक (Hypersonic) 1 GHz से अधिक आवृत्ति की ध्वनि किसी माध्यम में केवल आंशिक रूप से ही संचरित (प्रोपेगेट) हो पाती है। इन्हें भी देखें संपादित करें ध्वनिकी (Acoustics) श्रव्य संकेत प्रसंस्करण (Audio signal processing) स्पन्द (Beat) अपवर्तन (Diffraction) डॉप्लर प्रभाव (Doppler effect) प्रतिध्वनि (Echo) संगीत अनुनाद (Resonance) परावर्तन (Reflection) पराश्रव्य (Ultrasound) बाहरी कड़ियाँ संपादित करें ध्वनियों के भौतिक अध्ययन का संक्षिप्त इतिहास HyperPhysics: Sound and Hearing Introduction to the Physics of Sound Hearing curves and on-line hearing test Audio for the 21st Century Conversion of sound units and levels Sounds Amazing a learning resource for sound and waves Sound calculations Audio Check: a free collection of audio tests and test tones playable on-line Last edited 2 months ago by NehalDaveND RELATED PAGES तरंग अवधेश कुमार पाल क्रांति ध्वनिकी ध्वनि का वेग  सामग्री CC BY-SA 3.0 के अधीन है जब तक अलग से उल्लेख ना किया गया हो। गोपनीयताडेस्कटॉप

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