Saturday, 28 October 2017
अष्टावक्र गीता
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अष्टावक्र गीता
हिन्दू धर्म में अद्वैत वेदांत का एक ग्रंथ
अष्टावक्र गीता अद्वैत वेदान्त का ग्रन्थ है, जिसमें ऋषि अष्टावक्र और राजा जनक के संवाद का संकलन है। इस पुस्तक के बारे में किंवदंती है कि रामकृष्ण परमहंस ने भी यही पुस्तक नरेंद्र को पढ़ने को कहा था[1] जिसके पश्चात वे उनके शिष्य बने और कालांतर में स्वामी विवेकानंद के नाम से प्रसिद्ध हुए।
इस ग्रंथ का प्रारंभ राजा जनक द्वारा किये गए तीन प्रश्नों से होता है। ज्ञान कैसे प्राप्त होता है ? मुक्ति कैसे होगी ? और वैराग्य कैसे प्राप्त होगा ? ये तीन शाश्वत प्रश्न हैं जो हर काल में आत्मानुसंधानियों द्वारा पूछे जाते रहे हैं। ऋषि अष्टावक्र ने इन्हीं तीन प्रश्नों का संधान राजा जनक के साथ संवाद के रूप में किया है जो अष्टावक्र गीता के रूप में प्रचलित है। ये सूत्र आत्मज्ञान के सबसे सीधे और सरल वक्तव्य हैं। इनमें एक ही पथ प्रदर्शित किया गया है जो है ज्ञान का मार्ग। ये सूत्र ज्ञानोपलब्धि के, ज्ञानी के अनुभव के सूत्र हैं। स्वयं को केवल जानना है—ज्ञानदर्शी होना, बस। कोई आडम्बर नहीं, आयोजन नहीं, यातना नहीं, यत्न नहीं, बस हो जाना वही जो हो। इसलिए इन सूत्रों की केवल एक ही व्याख्या हो सकती है, मत मतान्तर का कोई झमेला नहीं है; पाण्डित्य और पोंगापंथी की कोई गुंजाइश नहीं है। [2]
अध्यात्मिक ग्रंथों मैं भगवद्गीता उपनिषद और ब्रह्मसूत्र के सामान अष्टावक्र गीता अमूल्य ग्रन्थ है। भगवद्गीता के समान इसके निरंतर अध्ययन मात्र से बोधिसत्त्व उपलब्ध हो जाता है। इस ग्रन्थ मैं ज्ञान, वैराग्य, मुक्ति और बुद्धत्व प्राप्त योगी की दशा का सविस्तार वर्णन है। यह विश्व धरोहर है और समस्त भ्रमों का निवारण हो जाता है।
बाहरी कड़ियाँ
तत्व विचार – सन्दर्भः अष्टावक्र संहिता (प्रवासी दुनिया)
अष्टावक्र गीता सार – डॉ मृदुल कीर्ति
सन्दर्भ - अष्टावक्र गीता (हिंदी)-बसंत प्रभात जोशी
मूल पाठ
in Original Sanskrit as PDF
in Original Sanskrit
in Devanagari
in Romanized Sanskrit
अनुवाद
s:Ashtavakra Gita Translation at Wikisource by John Richards
Online Translation by John Richards - second editions:Talk:Ashtavakra Gita#Different editions
John Richards translation in pdf format
Poetic Hindi translation of Ashtavakra Gita by Dr. Mridul Kirti
Advaita Ashrama English translation by Swami Nityaswarupananda, with comments and an introduction.
Sam Yogi's Spirited Translation of Ashtavakra Gita from Sanskrit to English First of a set of 40 Audio CDs in English explaining the Entire Ashtavakra Gita
सन्दर्भ
↑ http://realization.org/page/doc0/doc0004.htm
↑ http://pustak.org/books/bookdetails/528
अंतिम बार 4 सितंबर 2017 को 11:35 बजे संपादित किया गया
सामग्री CC BY-SA 3.0 के अधीन है जब तक अलग से उल्लेख ना किया गया हो।
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