Tuesday 29 August 2017

यक्ष-युधिष्ठिर संवाद- 4 पांडवों के मर के पुनर्जीवित होने की कहानी

ⓘ Optimized 2 hours agoView original http://www.ajabgjab.com/2015/07/yaksha-yudhisthira-question-answer-in.html  यक्ष-युधिष्ठिर संवाद- 4 पांडवों के मर के पुनर्जीवित होने की कहानी JULY 4, 2015 BY AG —LEAVE A COMMENT Yaksha Yudhisthira Samvad in Hindi : महाभारत युद्ध पांडवों ने जीता था और इस जीत में भीम और अर्जुन की भूमिका महत्वपूर्ण थी। अर्जुन ने भीष्म आदि सभी महारथियों को हराया था। भीम ने दुर्योधन और उसके सभी भाइयों को मार दिया था। ये बात तो अधिकतर लोग जानते हैं, लेकिन ये बात कम ही लोग जानते हैं कि युद्ध से कुछ समय पहले ही भीम और अर्जुन के साथ नकुल, सहदेव भी मर चुके थे। इन चारों भाइयों को पुर्नजीवित करवाया था युधिष्ठिर ने। महाभारत के रोचक प्रसंग में जानिए चारों पांडव कैसे मृत्यु को प्राप्त हुए और युधिष्ठिर ने किस प्रकार उन्हें पुर्नजीवित करवाया था…   ये है पूरा प्रसंग… द्युत क्रीड़ा में हारने के बाद पांडवों को बारह वर्ष का वनवास और एक वर्ष का अज्ञातवास स्वीकार करना पड़ा। अज्ञातवास से पूर्व वनवास के अंतिम समय में एक दिन पांचों पांडव वन में घूमते-घूमते थक गए थे, सभी को प्यास भी लगी थी। तब युधिष्ठिर ने नकुल को वन में पानी तलाशने और पानी लेकर आने के लिए कहा। नकुल ने जल्दी ही एक तालाब खोज लिया। नकुल भी प्यास के कारण बेहाल था, इसलिए तालाब पर पहुंचते ही पानी पीने लगा। तभी वहां एक आकाशवाणी हुई कि पानी पीने से पहले तुम्हें मेरे सवालों के जवाब देना होंगे। नकुल ने इस आवाज की ओर ध्यान नहीं दिया और पानी पी लिया। पानी पीते ही नकुल वहीं गिर पड़ा और मृत्यु को प्राप्त हुआ। दूसरी ओर चारों पांडव नकुल का इंतजार कर रहे थे। बहुत देर तक जब नकुल नहीं पहुंचा तो युधिष्ठिर ने सहदेव को नकुल और पानी की खोज में भेजा। सहदेव उसी सरोवर पर पहुंच गया। सहदेव भी बहुत प्यासा था तो वह पानी पीने के लिए आगे बढ़ा, तभी आवाज आई कि पानी पीने से पहले मेरे सवालों के जवाब देना होंगे। सहदेव ने भी इसे अनसुना कर दिया और पानी पी लिया। पानी पीते ही वह भी वहीं निर्जीव होकर गिर पड़ा।  इसके बाद युधिष्ठिर ने अर्जुन को भेजा। अर्जुन के साथ भी ऐसा ही हुआ। फिर भीम को भेजा। भीम भी इसी प्रकार मृत्यु को प्राप्त हो गया। जब चारों भाई बहुत देर तक युधिष्ठिर के पास नहीं पहुंचे तो युधिष्ठिर स्वयं उन्हें खोजने के लिए निकल गए। युधिष्ठिर भी उस सरोवर तक पहुंच गए। वहां चारों भाई मृत दिखाई दिए। चारों भाइयों की मृत्यु का रहस्य युधिष्ठिर समझ नहीं पा रहे थे। उन्हें लगा कि शायद इस सरोवर का जल पीने से इनकी मृत्यु हुई है। इस रहस्य को जानने के लिए युधिष्ठिर भी सरोवर की ओर गए। पानी पीते इससे पहले ही पुन: वही आवाज आई कि पानी पीने से पहले मेरे सवालों के जवाब दो, वरना तुम भी अपने भाइयों की तरह मारे जाओगे। युधिष्ठिर ने पूछा कि आप कौन हैं? तब आकाशवाणी करने वाले ने बताया कि वह एक यक्ष है और इस सरोवर पर उसी का अधिकार है। यहां से पानी लेने से पहले मेरे सवालों के जवाब देना होंगे। युधिष्ठिर ने यक्ष के सभी सवालों के सही जवाब दे दिए। इससे यक्ष प्रसन्न हुआ और उसने चारों मृत पांडवों को भी पुन: जीवित कर दिया। पढ़िए यक्ष और युधिष्ठिर के बीच कौन-कौन से रोचक सवाल-जवाब हुए… यक्ष- पृथ्वी से भी भारी क्या है? आकाश से भी ऊंचा क्या है? वायु से भी तेज चलनेवाला क्या है? तिनकों से भी अधिक संख्या में क्या है? युधिष्ठिर- पृथ्वी से भी भारी यानी बढ़कर है मां। आकाश से ऊंचे हैं पिता। मन वायु से तेज चलता है और चिंता की संख्या तिनकों से भी अधिक है। यक्ष- सो जाने पर पलक कौन नहीं मुंदता है? उत्पन्न होने पर चेष्टा कौन नहीं करता? हृदय किसमें नहीं है? वेग से कौन बढ़ता है? युधिष्ठिर- मछली सो जाने पर भी पलक नहीं मुंदती है। अंडा उत्पन्न होने पर भी चेष्टा नहीं करता। पत्थर में हृदय नहीं है और नदी वेग से बढ़ती है। यक्ष- विदेश में जाने वाले का मित्र कौन है? घर में रहने वाले का मित्र कौन है? रोगी का मित्र कौन है? मृत्यु के करीब पहुंचे व्यक्ति का मित्र कौन है? युधिष्ठिर- विदेश में जाने वाले के मित्र सहयात्री (साथ में जाने वाले लोग) होते हैं। घर में जीवन साथी मित्र होता है। रोगी का मित्र होता है वैद्य। मृत्यु के करीब पहुंचे व्यक्ति का मित्र है दान। यक्ष- समस्त प्राणियों का अतिथि कौन है? सनातन धर्म क्या है? अमृत क्या है? यह सारा जगत क्या है? युधिष्ठिर- अग्नि समस्त प्राणियों के लिए अतिथि है। नष्ट न होना वाला नित्य धर्म ही सनातन धर्म है। गौ यानी गाय का दूध अमृत है। यह सारा जगत वायु है। यक्ष- अकेला कौन विचरता है? एक बार उत्पन्न होकर पुन: कौन उत्पन्न होता है? शीत (ठंड) की औषधि क्या है? युधिष्ठिर- सूर्य अकेला विचरता है। चंद्रमा एक बार जन्म लेकर पुन: जन्म लेता है। शीत की औषधि अग्नि है। पौराणिक कहानियाँ यहाँ पढ़े – पौराणिक कथाओं का विशाल संग्रह महाभारत से सम्बंधित अन्य पौराणिक कथाएं – महाभारत युद्ध में कौरवों का विनाश करने के लिए श्री कृष्ण को क्यों उठाना पड़ा था सुदर्शन चक्र? श्री कृष्ण ने क्यों किया कर्ण का अंतिम संस्कार अपने ही हाथों पर?, जानिए कर्ण से जुडी कुछ ऐसी ही रोचक बातें । सांपो के सम्पूर्ण कुल विनाश के लिए जनमेजय ने किया था ‘सर्प मेध यज्ञ’ उर्वशी ने क्यों दिया अर्जुन को नपुंसक होने का श्राप ? भीम में कैसे आया हज़ार हाथियों का बल? YOU MAY LIKE by  ब्रेकिंग: पेट की चर्बी पिघलाने के 1 नए नुस्खे ने मचाई खलबली Slim Now  मैं इतनी जल्दी हुई स्तन वृद्धि से हैरान हूँ.  गंजे लोगों ने घर बैठे दोबारा उगाएं सिर पर बाल (1 आसान तरीका) Health Reports  बिना फास्ट फूड छोड़े 1 आसान उपाय मोटे पेट को घटाकर करे स्लिम Slim Now  सबने अपनाया दोबारा बाल उगाने का 1 अजीब नुस्खा, बिना ट्रांसप्लांट) Health Reports  आपके मोटे पेट को नेचुरल तरीके से कम करेगा 1 आसान उपाय Slim Now Related Posts:  इस चाल से दुर्योधन ने पांडवों के मामा शल्य को युद्ध में कर लिया था अपनी तरफ  एक रात के लिए पुनर्जीवित हुए थे महाभारत युद्ध में मारे गए वीर  वनवास काल में महाराज युधिष्ठिर को श्री कृष्ण ने दी राम नाम की दीक्षा  अर्जुन ने महाभारत युद्ध में युधिष्ठिर को मारने के लिए क्यों उठाई तलवार ?  कहानी मीरपुर की – जिसे पाकिस्तान के हाथो बर्बाद होने दिया भारतीय रहनुमाओं ने  पांडवों के स्वर्गारोहण की कथा  आखिर क्यों खाया था पांडवों ने अपने मृत पिता के शरीर का मांस?  लोहार्गल – यहां पानी में गल गए थे पांडवों के अस्त्र-शस्त्र, मिली थी परिजनों की हत्या के पाप से मुक्ति  भीष्म ने युधिष्ठिर को बताई थी लड़की के विवाह से जुड़ी ये खास बातें  चाणक्य नीति: सफल होने के लिए मालूम होने चाहिए इन 6 प्रश्नों के उत्तर  पौराणिक कहानी: सेक्स कौन ज़्यादा एंजाय करता है – स्त्री या पुरुष?  महाभारत प्रसंग- जब एक स्त्री के देखने मात्र से काले हो गए थे युधिष्ठिर के पैरों के नाखून  कौन होते है यक्ष व यक्षिणी, क्यों करते हैं इनकी साधना  यमराज-नचिकेता संवाद (Yamraj-Nachiketa Samwad)  उर्वशी ने क्यों दिया अर्जुन को नपुंसक होने का श्राप ? FILED UNDER: PAURANIK KATHA TAGGED WITH: MAHABHARAT नयी पोस्ट ईमेल में प्राप्त करने के लिए Sign Up करें. Sign Up  Type your email here... « अमेज़िंग फ़ोटोज़: पेड़ पर लटक अजगर ने किया चमगादड़ का शिकार साइंटोलॉजी (Scientology)- एक ऐसा धर्म जो ‘सेक्स और शैतान’ की करवाता है पूजा » JOIN THE DISCUSSION! Please submit your comment with a real name. Comment  Thanks for your feedback! Name *  Email *  Website  Post Comment Search  Search this website … RECENT POSTS रामदेव जयंती | रामसा पीर जयंती | Lok Devta Baba Ramdev Jayanti Saptarishi | सप्त ऋषि | जानिए सप्तऋषियों से जुडी ख़ास बातें Rishi Panchami | ऋषि पंचमी व्रत कथा | व्रत विधि | महत्व ये चीज़ें उपहार में देना या पाना होता है शुभ हरतालिका तीज व्रत का रहस्य- बारहवें सतयुग की कथा Munawwar Rana- Ye Hijr Ka Rasta Hai Dhalaanein Nahin Hoti | मुनव्वर राना- ये हिज्र का रस्ता है ढलानें नहीं होतीं गणेश चतुर्थी पर गणेश जी की स्थापना करते वक़्त ध्यान रखे ये बातें Munawwar Rana- Wo Ghazal Padhne Mein Lagta Bhi Ghazal Jaisa Tha| मुनव्वर राना- वो ग़ज़ल पढने में लगता भी ग़ज़ल जैसा था 10 दिन क्यों मनाया जाता हैं गणेशोत्सव, देश की आज़ादी से जुड़ा है कारण चंद्रकेश्वर मंदिर- एक अनूठा मंदिर जहां पानी में समाएं हैं भगवान शिव, च्यवन ऋषि ने की थी स्थापना  Rishi Panchami | ऋषि पंचमी व्रत कथा | व्रत विधि | महत्व  कामदेव-वशीकरण मन्त्र: सेक्स पॉवर बढ़ाने और वशीकरण के लिए करे इन मन्त्रों का जाप  हेल्दी लाइफ के लिए जरूर अपनाएं ये 10 आदतें  गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja)- पूजन विधि, कथा और महत्व  चीख भी सकती है डेड बॉडी, जानिए डेड बॉडी से जुड़े कुछ ऐसे ही फैक्ट्स  Munawwar Rana / Maa / Part 24 (मुनव्वर राना / माँ / पार्ट 24)  Qateel Shifai – Mujhe aayi na jag se laaj (क़तील शिफ़ाई – मुझे आई ना जग से लाज)  रामयण काल के 10 प्रमुख मायावी राक्षस  चाणक्य नीति – जहां होती हैं ये तीन बातें, वहाँ हमेशा रहती है महालक्ष्मी की कृपा  दुनिया के 10 सबसे मोटे लोग (Top 10 Fattest people in world)  Nida Fazli – Ab khushi hai na koi dard rulane wala (निदा फ़ाज़ली – अब ख़ुशी है न कोई दर्द रुलाने वाला) Kumar Vishwas – Kuchh chhote sapno ke badle, badi neend ka sauda karne (कुमार विश्वास – कुछ छोटे सपनो के बदले , बड़ी नींद का सौदा करने)  ये हैं अघोर पंथ से जुड़े 10 प्रमुख अघोर पीठ  जेम्स स्टोन (रत्न) से भी दूर होती हैं सेहत से जुड़ी समस्याएं  रोज सुबह हल्दी का पानी पीने से ये होते है फायदे  Sacrifice Quotes & Thoughts in Hindi : त्याग पर अनमोल विचार CONTACT US PRIVACY POLICY DISCLAIMER 

No comments:

Post a Comment