Tuesday 29 August 2017

ब्रह्मविद्या

मुख्य मेनू खोलें  खोजें संपादित करेंइस पृष्ठ का ध्यान रखेंकिसी अन्य भाषा में पढ़ें ब्रह्मविद्या धर्मग्रन्थों (विशेषतः वेदमंत्रों और उपनिषद) के अध्ययन से प्राप्त ज्ञान ब्रह्मविद्या कहा जाता है। हिन्दू धर्म में ब्रह्मविद्या को ही सर्वश्रेष्ठ आदर्श माना गया है। पुराणों में ब्रह्मविद्या के दो भेद बताये गये हैं- परा विद्या तथा अपरा विद्या। परा विद्या, वेदमंत्रों से सम्बन्धित है जबकि अपरा विद्या उपनिषदों के अध्ययन से सम्बन्धित है। इन्हें भी देखें संपादित करें ब्रह्मविद्या उपनिषद बाहरी कड़ियाँ संपादित करें ब्रह्मविद्या का मूल गायत्री Last edited 7 months ago by Sanjeev bot RELATED PAGES विद्या और अविद्या अपरा विद्या ब्रह्मविद्या उपनिषद  सामग्री CC BY-SA 3.0 के अधीन है जब तक अलग से उल्लेख ना किया गया हो। गोपनीयताडेस्कटॉप

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