Tuesday, 29 August 2017

विद्या

विद्या Written by Manohar Lalas -(संख्या) -दो विद्या: परा, अपरा । चार विद्या: त्रयी, आन्वीक्षिकी, वार्ता, दंडनीति । चैदह विद्या: 4 वेद + 6 वेदांग + न्याय + मीमांसा + पुराण + धर्मशास्त्र । -ब्रह्मज्ञान, रसायन, स्वरज्ञान, ज्योतिष, वैद्यक, व्याकरण, धनुर्विद्या, जलतरण, अश्वारोहण, कृषि, नाटक, नाड़ीज्ञान, द्यूत, चैर्य । -ब्रह्मज्ञान, रसायन, स्वरज्ञान, वेद, ज्योतिष, व्याकरण, धनुर्विद्या, जलतरण, न्याय, कोकशास्त्र, अश्वारोहण, नटविद्या, कृषि, वैद्यक । -नाद, वेद, पवित, गणित, गुणित, व्याकरण, ज्ञान, ध्यान, शस्त्र, शस्त्र, कामिनीचरित्र, भेषज, चंडीस, सर्वचरित । अठारह विद्या: - 14 विद्या+ 4 उपवेद (आयुर्वेद, गांधर्व वेद, धनुर्वेद, अर्थवेद ) । -विश्वम्भ्रा पृ. 64-5, वर्ष-7, अंक-3, 1972.

No comments:

Post a Comment