मुख्य मेनू खोलें  खोजें संपादित करेंइस पृष्ठ का ध्यान रखेंकिसी अन्य भाषा में पढ़ें वैयाकरण | abovecolor = | color = | fontcolor = | abovefontcolor = | headerfontcolor = | tablecolor = | title =  A picture of grammarian writing | status = | image = | image_caption = | image_width = 250px | name = | birthname = | real_name = | gender = | languages = | birthdate = | birthplace = | location = | country = | nationality = | ethnicity = | occupation = | employer = - | education = | primaryschool = | intschool = | highschool = | college = | university = | hobbies = | religion = | politics = स्वतंत्र | aliases = | movies = | books = | interests = | website = | blog = | email = | facebook = | twitter = | joined_date = | first_edit = | userboxes = }} वैयाकरण (अंग्रेजी:Grammarian) ऐसे व्यक्ति को कहा जाता है जो व्याकरण का विशेषज्ञ हो तथा इस विषय पर पूरा अधिकार रखता हो। प्राचीन समय के वैयाकरण आधुनिक समय के कुछ वैयाकरण संपादित करें वासुदेव महादेव अभ्यंकर बोपदेव वागीश शास्त्री हिन्दी के वैयाकरण संपादित करें मुख्य लेख : हिन्दी व्याकरण का इतिहास दामोदर पण्डित कामता प्रसाद गुरु किशोरीदास वाजपेयी व्याकरण के कुछ पश्चिमी विद्वान संपादित करें कुछ पश्चिमी विद्धानों ने भी हिन्दी एवं संस्कृत व्याकरण सम्बंधी कुछ पुस्तकें लिखी। यद्यपि इनको वैयाकरणों की श्रेणी में तो नहीं रखा जा सकता परन्तु विषय से सम्बन्धित होने से उनका नाम भी नीचे दिया जा रहा है। हेरासिम स्तेपनोविच लेबिदोव बेंजामिन शूल्ज़ एडविन ग्रीव्ज डंकन फोर्ब्स सर मोनियर विलियम्स जान जेशुआ केटलेर रेवरेंड सेमुअल ऍच॰ केलाग पादरी एथरिंगटन साहिब पादरी मैथ्यू थामसन एडम डॉ॰ ऍल॰ पी॰ टेसीटॅरी जेम्स राबर्ट बैलन टाइन ऍच॰ सी॰ शोलवर्ग डॉ॰ ग्रियर्सन राबर्ट काटन मैथर कैसियानो बेलिगत्ती जॉन बीम्स फेड्रिक पिंकॉट विलियम प्राइस आगस्तस रुडोल्फ हार्नले इन्हें भी देखें संपादित करें व्याकरण संस्कृत व्याकरण वैदिक व्याकरण संस्कृत व्याकरण का इतिहास हिन्दी व्याकरण का इतिहास Last edited 7 months ago by Sanjeev bot RELATED PAGES अष्टाध्यायी संस्कृत व्याकरण का इतिहास व्याकरण (वेदांग)  सामग्री CC BY-SA 3.0 के अधीन है जब तक अलग से उल्लेख ना किया गया हो। गोपनीयताडेस्कटॉप
No comments:
Post a Comment