Monday 24 July 2017

ब्रह्मा गायत्री मंत्र

ⓘ Optimized 3 hours agoView original http://hindi.speakingtree.in/allslides/brahma-gayatri-mantra-ke-labh hindi.speakingtree.in Feb 23, 2016 देखें स्लाइड शो  ब्रह्मा गायत्री मंत्र के लाभ  स्लाइड शो द्वारा Sathya Narayanan 6K व्यूज 0 कमेंट 1. गायत्री का ऋग्वेद में प्रयोग  गायत्री शब्द से आमतौर पर सभी वाकिफ हैं। ऋग्वेद में गायत्री नामक छन्द है, जिसको गायत्री यानि सवितृ की उपासना के लिए प्रयुक्त किया गया। गायत्री मंत्र का चरम लक्ष्य मोक्ष प्राप्ति है, हालांकि इसका प्रयोग किसी भी भौतिक उपलब्धि के लिए भी किया जाता है। ठीक इसी प्रकार ब्रह्म गायत्री मंत्र का लक्ष्य है – ब्रह्म की उपासना से सभी प्रकार के विकारों से मुक्ति सहित भौतिक उपादानों की प्राप्ति। 2. समस्त ब्रहाण्ड के सृजनकर्ता  भगवान ब्रह्मा सारे ब्रह्माण्ड के जनक कहे जाते हैं एवं उनको प्रजापति ब्रह्मा के नाम से भी जाना जाता है। संसार में पूजित तीनों देवों (ब्रह्मा, विष्णु और महेश) में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है और वयोवृद्ध होने के कारण सब देवों में पिता के रूप में पूजा जाता है। अत: इसलिए इनको परमपिता ब्रह्मा भी कहा जाता है। भगवान ब्रह्मा को चार मुख होने के कारण चतुर्मुखी ब्रह्मा के नाम से भी जाना जाता है। 3. सृष्टिकर्ता ब्रह्मा  शास्त्रों के अनुसार तीनो देवों (ब्रह्मा, विष्णु और महेश) के अलग अलग कार्य हैं। भगवन ब्रह्मा को सृष्टिकर्ता के रूप में जाना जाता है तो भगवान विष्णु को पालनकर्ता एवं भगवान शिव को संहारकर्ता के रूप में पूजा जाता है। भगवान ब्रह्मा का पूरे विश्व में एकमात्र मंदिर भारत में राजस्थान राज्य के अजमेर जिले के पुष्कर नामक स्थान में स्थित है। यहां की दिव्य छटा देखते ही बनती है। 4. भोले और उदार भगवान ब्रह्मा  भगवान ब्रह्मा भी भगवान शिव जैसे ही भोले और उदार स्वभाव के हैं और भक्त की भक्ति से प्रसन्न होकर वो भक्त के लिए कुछ भी करने को तत्पर हो जाते हैं। भगवान ब्रह्मा ने ही चारों वेदों की रचना की थी और भगवान ब्रह्मा ही सारे ब्रह्माण्ड के रचयिता है। 5. ब्रह्म गायत्री मंत्र  ब्रह्म गायत्री मंत्र कुछ इस प्रकार से है: ॐ वेदात्मने विद्महे, हिरण्यगर्भाय धीमहि, तन्नो ब्रह्म प्रचोदयात्॥ ॐ चतुर्मुखाय विद्महे, कमण्डलु धाराय धीमहि, तन्नो ब्रह्म प्रचोदयात्॥ ॐ परमेश्वर्याय विद्महे, परतत्वाय धीमहि, तन्नो ब्रह्म प्रचोदयात्॥ 6. ब्रह्म गायत्री मंत्र के लाभ  ब्रह्म गायत्री मंत्र की उपासना करने से यश-धन-सम्पत्ति तथा भौतिक पदार्थों की प्राप्ति तो होती ही है। इसके साथ ही ये मंत्र चारो पुरुषार्थों की प्राप्ति करवाने वाला भी सिद्ध होता है। इस मंत्र के उपासकों को इसका सबसे बड़ा लाभ ये मिलता है कि ये साधनारत मनुष्य को दुनियावी चिंताओं से मुक्त कर मृत्यु पश्चात ब्रह्मलोक गमन का मार्ग प्रशस्थ करता है। } 0 कमेंट  सबसे प्रसिद्ध  ताकि मुक्त हो सकें सभी पापों से  आश्चर्यचकित करती है कामाख्या मंदिर की ये सच्चाई संशययुक्त मनुष्य जीवन को व्यर्थ ही खो देता है.... निष्ठा योग व प्राणायाम में फर्क ज्ञान के समान पवित्र करने वाला कुछ भी नहीं क्या है शिव का रहस्य? ज्ञान की तीसरी आंख विचार की शक्ति उच्च है हमारी ये कमजोरियां रोकती हैं हमें आगे बढ़ने से कल्पना ज्ञान का मूल है ध्यान की विधियों का विकास करना और देखें समग्र स्पीकिंग ट्री मेरी प्रोफाइल आज विगत सप्ताह विगत माह  Navjot Mehta SILVER 1 क्रम 1000 प्वाइंट  Apail Kapoor SILVER 2 क्रम 622 प्वाइंट Ps Murthy SILVER 3 क्रम 546 प्वाइंट Dinesh SILVER 4 क्रम 515 प्वाइंट Jyoti SILVER 5 क्रम 515 प्वाइंट Nihar Ranjan Pradhan SILVER 6 क्रम 513 प्वाइंट Abhinav Agrawal SILVER 7 क्रम 512 प्वाइंट Tejveer Yadav SILVER 8 क्रम 512 प्वाइंट Paresh Redkar SILVER 9 क्रम 510 प्वाइंट Akash Roy SILVER 10 क्रम 1163 प्वाइंट और जानें संबंधित लेख  वास्तु की ये बातें आपके जीवन को बनाएंगी खुशहाल  हर मुसीबत का हल निकाल सकता है तुलसी का पौधा, अपनाएं तुलसी के ये टोटके सपने में झूला झूलना सपने में स्त्री लड़की देखना कर्क वार्षिक राशिफल 2017 शमी के वृक्ष के ये महत्व जानकर हैरान रह जाएंगे आप शत्रुओं पर विजय पाने के लिए हनुमान जी के अचूक मंत्र अल्लाह की इबादत से मिलेगा सवाब, रमजान से जुड़ी है और भी कई खास बातें ये काला जादू आपको बना सकता है धनवान, इन मंत्रों का करें जाप इलायची खाकर भी कर सकते हैं गैस की समस्या को दूर! और देखें  कमेंट  फेसबुक कमेंट  स्पीकिंग ट्री कमेंट कोई टिप्पणी जोड़े  अन्य रोचक कहानियां  दाम्पत्य जीवन में खुशहाली कैसे लाई जाए, कामसूत्र ग्रंथ में दर्ज है इसके रहस्य... ताजमहल से जुड़ा है एक हैरान करता सच लाल कपड़े का यह टोटका करने से दूर होगी पैसों की किल्लत अपने पति पर हावी रहती हैं इस राशि से जुड़ी महिलाएं तो इसलिए कुरुक्षेत्र युद्ध के एक भी योद्धा का शव नहीं मिला आज तक.... चाणक्य वचन: प्रेम के मामले में कभी असफल नहीं होते ये 4 पुरुष Home | About Us | Terms of Use | Privacy Policy | FAQ | English Site | Sitemap | Speaking Tree Print Articles | Contact Us © 2017 Times Internet Limited. All rights reserved  

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