Thursday 20 July 2017

अध्यात्म विद्या का प्रवेश द्वार

  All World Gayatri Pariwar Books अध्यात्म विद्या का...  Allow hindi Typing 🔍  READ ONLINE BUY ONLINE Avilable in  अध्यात्म विद्या का प्रवेश द्वार किसी स्थान पर जाने के लिए कदम बढ़ाने से पूर्व उसकी जानकारी आवश्यक है । जब तक यह न मालूम हो कि गंतव्य स्थान की रूपरेखा क्या है ? वहाँ जाने का प्रयोजन क्या है ? तब तक यात्रा सफल नहीं हो सकती है । प्राय: सभी पथिक आवश्यक जानकारी प्राप्त करते हैं, पश्चात् अपना कदम आगे बढ़ाते हैं । अध्यात्म पथ पर अग्रसर होने वाले पथिकों के लिए भी यह आवश्यक है कि वे तत्संबंधी आवश्यक जानकारी प्राप्त कर लें । ईश्वर प्राप्ति, मुक्ति और परलोक का सुख, प्राय: यही कामनाएँ इस पथ के पथिकों को होती हैं । इन्हीं कामनाओं से प्रेरित होकर वे इस पथ पर चलना आरंभ करते हैं, परंतु देखा गया है कि कितने ही पथिकों को अपने गंतव्य स्थान के संबंध में, लक्ष्य के संबंध में, पर्याप्त जानकारी नहीं होती । जो होती है उसमें अधिकांश मात्रा में भ्रम सम्मिश्रित रहता है । यह पुस्तक अध्यात्म मार्ग के पथिकों की इस कठिनाई को दूर करेगी । ईश्वर, मुक्ति और परलोक की रूपरेखा क्या है ? उन्हें प्राप्त करना क्यों आवश्यक है ? उनके प्राप्त करने का प्रयोजन क्या है ? इन प्रश्नों का उत्तर इस पुस्तक द्वारा भली प्रकार मिल जाएगा और पाठक अभीष्ट पथ पर दृढ़ता तथा उत्साह के साथ कदम बढ़ा सकेंगे । साधना के पथ पर बढ़ने से पहले इस पुस्तक को मनन करने से पाठकों का विश्वास क्षेत्र स्वच्छ तथा पुष्ट होगा, ऐसा हमारा विश्वास है । Versions  HINDI अध्यात्म विद्या का प्रवेश द्वार Scan Book Version  GUJRATI અધ્યાત્મ વિદ્યાના પ્રવેશદ્વાર Scan Book Version gurukulamFacebookTwitterGoogle+TelegramWhatsApp अखंड ज्योति कहानियाँ खुदा बन्दे से कब राजी होता है आइजनहावर आजाद हिन्द फौज के संगठन (kahani) सुसंस्कारी पुत्र (kahani) See More    कन्या कौशल शिविरों ने युवतियों में बढ़ाया जीवन साधना का उत्साह प्रशिक्षित बहिनों ने एक वर्षीय अभियान साधना आरंभ की बड़वानी। मध्य प्रदेश गायत्री शक्तिपीठ बड़वानी पर २४ से २८ जून की तारीखों में पहली बार आवासीय कन्या कौशल शिविर आयोजित किया गया। पूरे जिले से आयीं १५ से २५ वर्ष तक की अविवाहित कन्याओं ने इसमें भाग लेकर नारी जागरण अभियान को बल दिया। पाँच दिनों में एक नया देव परिवार ही बस गया। विदाई की वेला में सभी की आँखें अश्रुपूरित थीं, प.पू. गुरु More About Gayatri Pariwar Gayatri Pariwar is a living model of a futuristic society, being guided by principles of human unity and equality. It's a modern adoption of the age old wisdom of Vedic Rishis, who practiced and propagated the philosophy of Vasudhaiva Kutumbakam. Founded by saint, reformer, writer, philosopher, spiritual guide and visionary Yug Rishi Pandit Shriram Sharma Acharya this mission has emerged as a mass movement for Transformation of Era.               Contact Us Address: All World Gayatri Pariwar Shantikunj, Haridwar India Centres Contacts Abroad Contacts Phone: +91-1334-260602 Email:shantikunj@awgp.org Subscribe for Daily Messages   Fatal error: Call to a member function isOutdated() on a non-object in /home/shravan/www/literature.awgp.org.v3/vidhata/theams/gayatri/scan_book_version_mobile.php on line 307

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