Wednesday, 19 July 2017

परशुरामेश्वर

मुख्य मेनू खोलें  खोजें संपादित करेंइस पृष्ठ का ध्यान रखेंकिसी अन्य भाषा में पढ़ें पुरामहादेव मंदिर  पुरामहादेव मंदिर  पुरा महादेव मन्दिर का शिखर नाम: पुरा महादेव निर्माण काल : देवता: शिव/ शंकर वास्तु कला: हिन्दू स्थान: मेरठ, उत्तर प्रदेश, भारत  पुरा महादेव मंदिर का शिव लिंग पुरामहादेव (जिसे परशुरामेश्वर भी कहते हैं) उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के पास, बागपत जिले से ४.५ कि.मी दूर बालौनी कस्बे में[1] एक छोटा से गाँव पुरा में हिन्दू भगवान शिव का एक प्राचीन मंदिर है जो शिवभक्तों का श्रध्दा केन्द्र है। इसे एक प्राचीन सिध्दपीठ भी माना गया है। केवल इस क्षेत्र के लिये ही नहीं प्रत्युत्त समस्त पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इसकी मान्यता है। लाखों शिवभक्त श्रावण और फाल्गुन के माह में पैदल ही हरिद्वार से कांवड़ में गंगा का पवित्र जल लाकर परशुरामेश्वर महादेव का अभिषेक करते हैं।[2] ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव भी प्रसन्न हो कर अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण कर देते हैं।[1] जहाँ पर परशुरामेश्वर पुरामहादेव मंदिर है। काफी पहले यहाँ पर कजरी वन हुआ करता था। इसी वन में जमदग्नि ऋषि अपनी पत्नी रेणुका सहित अपने आश्रम में रहते थे। रेणुका प्रतिदिन कच्चा घड़ा बनाकर हिंडन नदी नदी से जल भर कर लाती थी। वह जल शिव को अर्पण किया करती थी। हिंडन नदी, जिसे पुराणों में पंचतीर्थी कहा गया है और हरनन्दी नदी के नाम से भी विख्यात है[3][4], पास से ही निकलती है। यह मंदिर मेरठ से ३६ कि.मी व बागपत से ३० कि.मी दूर स्थित है।[1] इतिहास चित्र दीर्घा         सन्दर्भ ↑ अ आ इ ई बागपत-आधिकारिक जालस्थल पर पुरा महादेव ↑ आस्था का सफर : हरिद्वार से पुरा महादेव तक ↑ रावण के गाँव में नहीं मनता दशहरा। वेब दुनिया। १४ अक्टूबर २००७ ↑ जहां रावण ने भी शिवलिंग की पूजा की थी। अमर उजाला बाहरी कड़ियाँ पुरा महादेव की महिमा- एमपी-३ भजन डाउनलोड करें। Last edited 1 month ago by चक्रबोट RELATED PAGES परशुराम जमदग्नि ऋषि हेहयावंशी  सामग्री CC BY-SA 3.0 के अधीन है जब तक अलग से उल्लेख ना किया गया हो। गोपनीयताडेस्कटॉप

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