Wednesday, 19 July 2017

कवि

मुख्य मेनू खोलें  खोजें संपादित करेंइस पृष्ठ का ध्यान रखेंकिसी अन्य भाषा में पढ़ें कवि पेज समस्याएं कवि वह है जो भावों को रसाभिषिक्त अभिव्यक्ति देता है और सामान्य अथवा स्पष्ट के परे गहन यथार्थ का वर्णन करता है। इसीलिये वैदिक काल में ऋषय: मन्त्रदृष्टार: कवय: क्रान्तदर्शिन: अर्थात् ऋषि को मन्त्रदृष्टा और कवि को क्रान्तदर्शी कहा गया है। "जहाँ न पहुँचे रवि, वहाँ पहुँचे कवि" इस लोकोक्ति को एक दोहे के माध्यम से अभिव्यक्ति दी गयी है: "जहाँ न पहुँचे रवि वहाँ, कवि पहुँचे तत्काल। दिन में कवि का काम क्या, निशि में करे कमाल।।" ('क्रान्त' कृत मुक्तकी से साभार) शायर संपादित करें शायर उर्दू भाषा में उस व्यक्ति को कहते हैं जो हिन्दी की तरह उर्दू भाषा में कविता करता है। जिस प्रकार उर्दू कवि को शायर कहते हैं उसी प्रकार उर्दू कविता को उर्दू जुबान में शायरी कहा जाता है। कुछ प्रसिद्ध शायर संपादित करें अमीर ख़ुसरो अशफाक उल्ला खाँ वारसी 'हसरत' 'अना' क़ासमी दुष्यंत कुमार निदा फ़ाज़ली पण्डित राम प्रसाद 'बिस्मिल' बहादुर शाह ज़फ़र मिर्ज़ा ग़ालिब मीर तकी "मीर" मुहम्मद इक़बाल वीरेन्द्र खरे 'अकेला' राहत इन्दौरी कुँवर बेचैन मुनव्वर राणा इन्हें भी देखें संपादित करें काव्य कविता महाकाव्य शायरी कवि बाहरी कड़ियाँ संपादित करें उर्दू शायरों की सूचि - शायरों की क्रमबद्ध सूची Last edited 1 month ago by हिंदुस्थान वासी RELATED PAGES मीर तक़ी "मीर" उर्दू साहित्य नाज़िश प्रतापगढ़ी  सामग्री CC BY-SA 3.0 के अधीन है जब तक अलग से उल्लेख ना किया गया हो। गोपनीयताडेस्कटॉप

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