Friday, 18 August 2017
आप भी कर सकते हैं हनुमान जी के साक्षात दर्शन, बस पूरी करनी होगी
मंदिर जाकर तो बहुत सारे देवी-देवताओं के दर्शन किए जा सकते हैं लेकिन धरती पर राम भक्त हनुमान जी के दर्शन कभी भी किए जा सकते हैं बस पूरी करनी होगी दो शर्ते।
जब श्रीराम भूलोक से बैकुण्ठ को चले गए तो हनुमान जी ने अपना निवास पवित्र और ईश्वरीय कृपा से युक्त स्थान गंधमादन पर्वत को बनाया और आज भी वह वहीं निवास करते हैं। इस बात की पुष्टि श्रीमद् भगावत् पुराण में भी की गई है।
पुराणों के अनुसार गंधमादन पर्वत भगवान शिव के निवास कैलाश पर्वत के उत्तर में अवस्थित है। इस पर्वत पर महर्षि कश्यप ने तप किया था। हनुमान जी के अतिरिक्त यहां गंधर्व, किन्नरों, अप्सराओं और सिद्घ ऋषियों का भी निवास है। माना जाता है की इस पहाड़ की चोटी पर किसी वाहन द्वारा जाना असंभव है। सदियों पूर्व यह पर्वत कुबेर के राज्यक्षेत्र में था लेकिन वर्तमान में यह क्षेत्र तिब्बत की सीमा में है।
श्री लंका में स्थित पिदुरुथालागला है वहां के पिदुरु पर्वत पर जो जंगल हैं वहां एक विशिष्ट जनजाति का समूह निवास करता है। उनके पूर्वजो को हनुमान जी ने ये मंत्र आशीर्वाद स्वरूप प्रदान किया था l आप भी इसके पाठ और जाप से हनुमान जी के दर्शन कर सकते हैं। इस मंत्र का कोई गलत तरीके से इस्तेमाल न कर सके इसके लिए दो शर्ते निर्धारित की गई हैं।
मंत्र: कालतंतु कारेचरन्ति एनर मरिष्णु , निर्मुक्तेर कालेत्वम अमरिष्णु
ये वो चमत्कारी मन्त्र है जिसके पाठ और जाप से आप पवनपुत्र हनुमान के दर्शन प्राप्त कर सकते हैं l
पहली शर्त- सर्वप्रथम बजरंग बली से अपनी आत्मा का रिश्ता कायम करें। वो रिश्ता भक्त, शिष्य अथवा भाई बंधू का हो सकता है। मंत्र को आजमाने के लिए उसका उच्चारण न करें।
दूसरी शर्त- जिस स्थान पर बैठकर आप इस मंत्र का जाप करें वहां से लगभग 980 मीटर तक वही लोग होने चाहिए जो पहली शर्त पर खरे उतरे हों।
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