Monday, 21 August 2017

वैदिक सनातन धर्ममें सप्त लोक

हिन्दी इंग्लिश     रजिस्टर करें लॉग इन करें  यहां ढूंढे...  Toggle navigation वैदिक सनातन धर्ममें सप्त लोक  वैदिक सनातन धर्ममें सप्त लोक (भू, भुव, स्वर्ग, महा, जन तप और सत्य लोक ) के विषयमें बताया गया है और अन्य धर्ममें (सारे कलियुगी हैं अतः पंथ कहना उत्तम होगा ) लोकोंकी व्याप्ति स्वर्ग तक ही है | आखिर जितने संस्थापककी आध्यात्मिक क्षमता होगी उतने ही तो लोककी व्याप्ति होगी न ! संस्थापक ही बेचारे स्वर्गके आगे न जा पाये हैं तो आगेके लोकोंके विषयमें कैसे बताएँगे, इससे पुनः वैदिक धर्मकी श्रेष्ठता और व्यापकता दोनोंका ही बोध होता है !! और एक मजेकी बात बताऊँ स्वर्ग लोक तकके लोकको पहुँचने वालेको पुण्यात्मा कहता और उसके आगेके लोकमें प्रवास करनेवालेको दिव्यात्मा !! पर क्या वैदिक धर्म विरुद्ध पंथ बना सचमें पुण्यात्मा भी रहे होंगे क्या ? जरा सोचें !!! किसीने कहा गाय काटकर उपवास तोड़ो, किसीने कहा वेदोंमें जो लिखा है वह गलत है , किसीने कहा पितरके लिए कुछ भी करनेकी आवश्यकता नहीं , किसीने कहा संस्कृतके स्थानपर पाली और प्राकृतमें ग्रंथ लिखो और उन भाषाओं को प्रचलित करो, किसीने कहा मूर्ति पूजा पाप है ! और कलियुगी लोग कहते है सब धर्म एक है ! वाह रे कलियुगके लोगोंकी विवेकशीलता !!!-तनुजा ठाकुर 0 0 0 0 Leave a Reply Your email address will not be published. Required fields are marked * Comment  Name *  Email *  Website  Post Comment सम्बन्धित लेख विडियो  Dharmadhara Bhag – 19 देसी गायका महत्व  Dharmadhara Bhag -18 असहाय व्यक्तिकी सहायता करनेसे क्या होता है ?  Dharmadhara Bhag – 17 राजा ही कालका कारण है  Dharmadhara Bhag – 16 प्रारब्ध  Dharmadhara Bhag -15 पृथ्वी तत्त्वद्वारा आध्यात्मिक उपाय किस प्रकार किया जा सकता है ? नियमित स्तम्भोंसे सम्बन्धित लेख अगर आप भी लिक्विड सोप से हाथ धोते हैं तो सतर्क हो जाएं! साधक मात्र साधक होता है, स्त्री या पुरुष नहीं होता ! आजका पंचांग/Today’s Almanac   सात्त्विक जीवन प्रणाली कैसे करें व्यतीत ? (भाग – १) आजका पंचांग/Today’s Almanac श्रेणियां अध्यात्म एवं साधना अमृतवाणी आध्यात्मिक उपाय उतिष्ठ कौन्तेय गीता सार Disclaimer Terms of Use Privacy Policy How to use this website Sitemap © 2017. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution

No comments:

Post a Comment