ⓘ Optimized just nowView original http://www.reckontalk.com/chaturshloki-bhagwat-hinduism-hindi-meaning/ Menu Search  Search here... चतुः श्लोकी भागवत हिंदी भावार्थ सहित RELIGION , SPRITUAL | 02 MAR, 2017 | 0 16882  मनुष्य जीवन सांसारिक गतिविधियों और उठापटक से ओतप्रोत रहता है , कुछ लोग सांसारिक मोहमाया में फंसकर जीवन के लक्ष्य को नहीं समझ पाते है और उसी में फँस के रह जाते है उन्हें इस सांसारिक चक्र से मुक्ति दिलाने के लिए श्रीमद्भागवत हमेशा से ही एक प्रबल माध्यम रहा है चूँकि आजकल मनुष्य के पास इतना समय नहीं होता की वह श्रीमद्भागवत का प्रतिदिन पाठ कर सके उनकी इसी समस्या के समाधान के लिए हम अपने पाठको के लिए चतुः श्लोकी भागवत भावार्थ सहित लेकर आये है … उम्मीद है की यह श्लोक आपके जीवन में सफलता ,समृद्धि और शांति लेकर आए !  श्रीभगवानुवाच –  अहमेवासमेवाग्रे नान्यद् यत् सदसत् परम्। पश्चादहं यदेतच्च योऽवशिष्येतसोऽस्म्यहम् ॥१॥ श्री भगवान कहते हैं – सृष्टि से पूर्व केवलमैं ही था। सत्, असत् या उससे परे मुझसेभिन्न कुछ भी नहीं था। सृष्टि न रहने पर (प्रलय काल में) भी मैं ही रहता हूँ। यह सबसृष्टि रूप भी मैं ही हूँ और जो कुछ इससृष्टि, स्थिति तथा प्रलय से बचा रहता है, वह भी मै ही हूँ॥१॥  ऋतेऽर्थं यत् प्रतीयेत न प्रतीयेत चात्मनि। तद्विद्यादात्मनो मायां यथाऽऽभासो यथातमः ॥२॥ जो मुझ मूल तत्त्व के अतिरिक्त (सत्य सा) प्रतीत होता(दिखाई देता) है परन्तु आत्मामें प्रतीत नहीं होता (दिखाई नहीं देता), उसअज्ञान को आत्मा की माया समझो जोप्रतिबिम्ब या अंधकार की भांति मिथ्या है॥२॥ यथा महान्ति भूतानि भूतेषूच्चावचेष्वनु। प्रविष्टान्यप्रविष्टानि तथा तेषु न तेष्वहम्॥३॥ जैसे पंचमहाभूत (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायुऔर आकाश) संसार के छोटे–बड़े सभीपदार्थों में प्रविष्ट होते हुए भी उनमें प्रविष्टनहीं हैं, वैसे ही मैं भी सबमें व्याप्त होने परभी सबसे पृथक् हूँ।॥३॥ एतावदेव जिज्ञास्यंतत्त्वजिज्ञासुनाऽऽत्मनः। अन्वयव्यतिरेकाभ्यां यत् स्यात् सर्वत्रसर्वदा॥४॥ आत्म–तत्त्व को जानने की इच्छा रखनेवाले के लिए इतना ही जानने योग्य है किअन्वय (सृष्टि) अथवा व्यतिरेक (प्रलय) क्रम में जो तत्त्व सर्वत्र एवं सर्वदा(स्थान औरसमय से परे) रहता है, वही आत्मतत्त्व है॥४॥ See Also: हिन्दू मान्यताओ के अनुसार अमरत्व प्राप्त है इन ८ चिरंजीवियों को जानिए माँ दुर्गा के ९ रूपो के बारे में | नवरात्री स्पेशल रहीम दास के १५ लोकप्रिय दोहे हिंदी अर्थ सहित Life Management Lesson from Samudra Manthan | Story in Hindi 15 amazing Facts You Should Know About Tirupati Balaji If you like this post, Then please, share it in different social media. Help our site to spread out. Back To Top People Also Read  एक श्लोकी रामायण हिंदी भावार्थ सहित  क्यों किया था परशुराम ने पृथ्वी से क्षत्रियो का २१ बार संहार  हूँ मैं क्या जानना है अगर…  12 Interesting Facts about Lord Rama  जानिए माँ दुर्गा के ९ रूपो के बारे में | नवरात्री स्पेशल  हिन्दू मान्यताओ के अनुसार अमरत्व प्राप्त है इन ८ चिरंजीवियों को Load more posts BHAGWAT IN 4 SHLOK , CHATUR SHLOKA BHAGWAT , CHATURSHLOKI , HINDU MYTHOLOGY , HINDU MYTHOLOGY IN HINDI , PAURANIK KATHAYE , चतुः श्लोकी भागवत भावार्थ सहित , चतु: श्लोकी श्रीमद्भागवत , पौराणिक कथाये , भगवत गीता , भगवतांक , वेद पुराण , वेदपुराण , श्रीमद्भागवत , श्रीमद्भागवत कथा , श्रीमद्भागवत कथासार , सनातनधर्म , संस्कृत श्लोक , हिंदुत्व , हिन्दुधर्म , हिन्दू कथा , हिन्दू मान्यता , हिन्दू मान्यताये POST BY RECKONTALK TEAM LIFE. VALUES. MONEY  Let's Make This Cosmopolitan World A Better Place To Live. August 2017 M T W T F S S « Jul 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 SEARCH Search  Search here... RECENT COMMENTS 17 weeks ago shubham kumar : my passion is politics..what can i do ... 17 weeks ago nikhilesh nerambally : #27, Vrishabhavathi River has undergone the most shocking transformation from... Copyright © 2017. ReckonTalk Inc. All Rights Reserved.  HOMEENTERTAINMENT VideosPhotosMusicSports FootballGolfCricketTennisMoviesLIFE PeopleTravelNewsHealthOpinionBookVALUES Tech GamingScienceTechnologyArtCareersFashionIdeasOpinionLawMONEY Business HomeEntertainment VideosPhotosMusicSports FootballGolfCricketTennisMoviesLife PeopleTravelNewsHealthOpinionBookValues Tech GamingScienceTechnologyArtCareersFashionIdeasOpinionLawMoney Business
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