Toggle sidebar Jagran राम से भी बड़ी रामनाम की महिमा Sun Apr 09 23:41:21 IST 2017   कुशीनगर: आदि अंत कोउ जासु न पावा- मति अनुमानि निगम अस गावा। सतयुग में ध्यान धरो यानी हरि को प्राप्त करो। ध्यान के लिए कलियुग में विविध पद्धतियां आईं,त्रेतायुग में यज्ञ होते थे। कलियुग में हम इतने यज्ञ नहीं कर सकते। इसलिए तुलसी ने एक बात कही कि कलियुग में आप केवल नाम लो, तो ध्यान भी हो जाएगा, यज्ञ भी हो जाएगा और हरि की पूजा भी हो जाएगी। यह बातें सुकरौली विकास खंड के मंझरिया भगवती माता मंदिर के प्रांगण में चल रहे शतचंडी महायज्ञ में रविवार को पं कौशल मणि व्यास ने श्रद्धालुओं को रामकथा का रसपान कराते हुए कही। कहा कि प्रभु के नाम की महिमा कलियुग मे भी है। रामनाम ओमकार रूप है, प्रणव रूप है। तुलसी के मतानुसार, राममंत्र का उच्चारण करने से राम तत्व सूर्य बनकर मेरे और आपके मोह का नाश करते हैं। रामनाम अग्नि बनकर हमारे पापों को जलाकर भस्म करते हैं। भगवान शंकर भी रामनाम महामंत्र का निरंतर जाप करते हैं। कहा कि खेत में खेती करते हरि नाम बोलो तो भी भरपूर फल मिलेगा। इस दौरान मंदिर के पुजारी उमराव दास, विवेकानन्द उ़र्फ बालक दास, यज्ञाचार्य पं शम्भूनाथ त्रिपाठी, आशुतोष उपाध्याय, चन्द्रहास त्रिपाठी, उमेश ¨सह, राजबंशी ¨सह, पप्पू ¨सह, जगतनारायण ¨सह, ज्ञान विक्रम ¨सह, शारदा ¨सह, उदय प्रताप ¨सह, आशुतोष ¨सह, गुड्डू ¨सह, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कन्हैया पासवान सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।  ताज़ा ख़बर  बिसाहड़ा के इकलाख हत्याकांड में आरोपी विशाल की जमानत मंजूर  नेपाल सीमा से लगे जिलों में हटेगी फर्टिलाइजर की बिक्री पर लगी रोक  आरुषी हत्याकांड में सजा के खिलाफ अपील पर दोबारा सुनवाई  आत्महत्या के लिए उकसाता है ये गेम, बच्चों को रखें इससे दूर  गोवा में समंदर किनारे जाम छलकाए तो होगी गिरफ्तारी  View more on Jagran Copyright © 2017 Jagran Prakashan Limited.
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