SHANDILYA GOTRA !!!!  हमारे पूज्य पितामह श्री सीताराम तिवारी से प्राप्त जानकारी लिपिबद्ध कर रहा हूँ , जिससे आनेवाली पीढ़ी लाभ उठा सके. शांडिल्य गोत्र की व्युत्पत्ति व्रह्मा : कश्यप,असिती,देवल. वेद :सामवेद प्रवर : कश्यप,असिती,देवल शाखा :कौथुमी उपवेद:गन्धर्व शिखा:वाम पाद : वाम सूत्र : गोमिल इष्ट देव : शिव वंशज : सरया,सोहगौरा,मठिया,देउरवा,बलुआ,सिरजम,धानी,सोपारी,चेतिया,परतावल. उप नाम: राम,कृष्ण,नाथ,मणि. राम घराना:गोरखनाथ नामक एक तपस्वी एवं ओजस्वी ब्राह्मण थे उन्ही के नाम पर राम घराना नाम पड़ा. सरया,सोहगौरा,उनवलिया,अतरौलिया,रुद्रपुर,झुडिया,वहुआरी,मसरुतिया,कोठा,वदश,मऊ,गोहना,दुलई,मलहानी. कृष्ण घराना: बारिपुर, बसावनपुर, बंजरिया ,बुधियाबारी. नाथ घराना: चेतिया,परतावल,मिलौनी,निगहिया, नदौली. मणि घराना: देवता, पचरुखिया, धानी, हरदी,बलुआ,बुधियाबारी,तलियाबाद,बढ़ना,सिरजम,सेमरी,रथवर्ग,देवतिया,बरपार,उद्धवपुर,हथिदह,परास्सुपारी,यमुना,करकपर्गढ़,सुकरौली,सोनौरा ,कुठौली,सिसवांलेदक.
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